डीएम अनुज कुमार झा ने कहा कि शिक्षा प्रत्येक बच्चों का मौलिक अधिकार है। हम प्रत्येक बच्चों को शिक्षा प्रदान करेंगे। सरकारी विद्यालयों में वही बच्चें पढ़ने आते है, जिनके अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने में सक्षम नहीं है। जिलाधिकारी श्री झा स्वयं सेवी संस्था ‘स्तर एजुकेशन’ द्वारा फीरोज गांधी डिग्री कॉलेज सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। जिलाधिकारी ने कहा अगर शिक्षक तय कर ले तो वह शिक्षा एवं जीवन स्तर में बहुत सुधार कर सकते है। एक शिक्षक समाज में अमूल-चूल परिवर्तन ला सकता है। इसके लिए शिक्षक को अपने कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध होना पड़ेगा। शिक्षक स्वप्रेरित होंगे तो शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव संभव हो सकेगा। उन्होंने शिक्षा में सामाजिक न्याय पर बल दिया। सामाजिक न्याय का अर्थ है कि शिक्षक को प्रत्येक छात्र के साथ समान व्यवहार करना चाहिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा पांच ब्लाक के 135 शिक्षकों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया तथा शपथ दिलाई गई। संस्था के रायबरेली के प्रोग्राम मैनेजर मनीष ने बताया कि स्कूल एण्ड टीचर इन्नोवेटिंग कार रिजल्ट (स्तर) एक संस्था सेवी संस्था है, जिसका प्रमुख उद्देश्य शिक्षकों को उनके आंतरिक मूल्यों से स्वप्रेरित करना है, जिससे वे बच्चों को बौद्धिक स्तर में बढ़ोतरी कर सकें एवं अपने आपको एक सुयोग्य शिक्षक के रूप में स्थापित कर सकें। उन्होंने बताया कि विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा शिक्षक को अपने स्कूलों नवाचार करने के लिए प्रेरित किया जाता है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि की जा सकी। समय-समय पर नवाचारी शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाता है। स्तर दृढ़, पेशेवर और सहयोगात्मक शिक्षकों के ऐसे नेटवर्क बनाता है जो बच्चों की शिक्षा में आने वाली बाधाओं के निराकरण के लिए सम्मिलित रूप से नवाचारों का प्रयोग करते है।
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