संवाद सहयोगी, हाथरस : बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मिलने वाले मिड-डे मील का खाद्यान्न भारतीय खाद्य निगम उपलब्ध कराता है, लेकिन पिछले कई माह से खाद्यान्न का भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में एमडीएम पर संकट के बादल छा गए हैं। भारतीय खाद्य निगम अलीगढ़ कार्यालय के अधिकारियों ने भुगतान के लिए बीएसए को पत्र लिखा है। 1जिले के 15013 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब सवा लाख बच्चे पढ़ते हैं। सर्व शिक्षा अभियान के तहत कई योजनाएं बच्चों के लिए चलाई जा रही हैं। इसमें एमडीएम महत्वपूर्ण योजना है। नगर क्षेत्र के विद्यालयों में एनजीओ मिड डे मील वितरित कराता है। देहात के विद्यालयों में हेड मास्टर रसोइयों के जरिए मिड डे मील तैयार कराते हैं। स्कूलों में मिड डे मील बनवाने के लिए गेहूं और चावल भारतीय खाद्य निगम से लिया जाता है। भारतीय खाद्य निगम से गेहूं और चावल वरिष्ठ विपणन अधिकारी के गोदाम पर आता है, जहां से राशन डीलर तक खाद्यान्न पहुंचता है। संबंधित विद्यालय के हेड मास्टर डिमांड के अनुसार वहां से खाद्यान्न उठाते हैं। पिछले कुछ माह से भारतीय खाद्य निगम का भुगतान बेसिक शिक्षा विभाग हाथरस कार्यालय के स्तर से नहीं किया गया है। अब निगम के अलीगढ़ कार्यालय के प्रबंधक ने 67 लाख 51 हजार रुपये का भुगतान करने के लिए बीएसए को पत्र लिखा है। भुगतान न होने की स्थिति में खाद्यान्न मिलने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। जिला समन्वयक मिड डे मील अर¨वद शर्मा ने बताया कि शासन स्तर से ग्रांट न मिल पाने के कारण भुगतान नहीं हो पाया है। जैसे ही बजट मिलेगा, भुगतान करा दिया जाएगा।
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