आश्रम पद्धति विद्यालयों में कक्षा एक से लेकर आठ तक की पढ़ाई सीबीएसई बोर्ड की होने लगी है। पर पढ़ाई में आए कांवेंट कल्चर के बदलाव के बाद भी शिक्षक नहीं बदले गए। अप्रैल से शुरू हुए नए शिक्षा सत्र को पांच महीने पूरे हो गए। छात्रों को पहले के ही शिक्षक पढ़ा रहे हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी मुक्तेश्वर चौबे के अनुसार सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई के लिए शिक्षकों की तैनाती की प्रक्रिया शुरू है। उम्मीद है कि सितंबर में पूरी हो जाएगी। आश्रम पद्धति विद्यालय में नए शिक्षा सत्र से सीबीएसई माध्यम से पढ़ाई की जानी थी। एक से लेकर आठ क्लास तक की मान्यता सीबीएसई की मिल गई। कक्षा नौ से 12 तक की मान्यता अभी नहीं मिल सकी। मान्यता न मिलने की वजह से कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्रों को यूपी बोर्ड की पढ़ाई करनी पड़ रही है। जिला समाज कल्याण अधिकारी का कहना है कि सारी औपचारिकताएं पूरा कर निदेशालय भेजा जा चुका है। यूपी बोर्ड में फार्म भरने की तिथि बीतने वाली थी। छात्रों का एक वर्ष बरबाद होने से बचाने के लिए कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों का फार्म यूपी बोर्ड से भराया गया। जिले में दो आश्रम पद्धति विद्यालय हैं। एक बरवा-मसौधा व दूसरा हाजीपुर बरसंडी है। छात्रों को इनमें निश्शुल्क शिक्षा दी जाती है।
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