कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर अब माध्यमिक स्कूलों में भी ग्रांट फादर डे का आयोजन किया जाएगा। बुजुर्गों को स्कूल में बतौर अतिथि बुला कर बच्चों में आदर्श और संस्कार विकसित करने की योजना है साथ ही बुजुर्गों के प्रति समर्पण और आदरभाव भी इसमें परिलक्षित किया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने आदेश दिए हैं कि एक अक्टूबर को सभी स्कूलों में विशेष आयोजन किया जाएगा। एक अक्टूबर को दादा दादी और नाना नानी दिवस सेलिब्रेट करने का निर्णय लिया गया है। शासन की मंशानुरूप जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने सभी स्कूलों को आदेशित किया है कि विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के वरिष्ठों के अलावा सीनियर सिटीजन को आयोजन में बुलाया जाए और उनके संस्मरण सुन कर सभी को इससे सीख लेनी चाहिए। बुजुर्ग हमेशा ही अनुभव का गोदाम होते हैं और उनके दी गई सीख जिंदगी में मायने रखती है। आयोजन को स्तरीय बनाने के लिए कहा गया है। छात्रों शिक्षकों में बुजुर्गों के प्रति आदर सम्मान की भावना को और अधिक जागृत करने के लिए यह आयोजन किया जाना तय हुआ है। इन कार्यक्रमों के आयोजन के फोटोग्राफ भी वरिष्ठ अधिकारियों को दिए जाएंगे।जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि राजकीय अशासकीय सहायता प्राप्त और वित्तविहीन विद्यालयों में दो अक्टूबर गांधी जी की जयंती को पूरे उत्साह के साथ मनाई जाएगी। दो अक्टूबर को भी विद्यालय खुले रहेंगे। कार्यक्रमों के साथ प्रभात फेरी निकाली जाएगी।
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