रामपुर के परिषदीय विद्यालय छोटे पर्दे पर नजर आएंगे। विभाग अच्छे स्कूलों की डाक्यूमेंट्री तैयार कर रहा है जिसके माध्यम से दूसरे विद्यालयों के शैक्षिक स्तर में सुधार किया जा सके। डाक्यूमेंट्री के लिए छह विद्यालय चयनित किए गए हैं। इसे विभाग के शिक्षक ही तैयार करेंगे। दरअसल, प्राइमरी स्कूलों की अव्यवस्था को लेकर आए दिन उंगलियां उठती रहती हैं। कुछ उदाहरण को लेकर विभाग के अफसरों से शिक्षकों तक सभी को आरोपित किया जाता है पर तस्वीर का उजला पक्ष भी है जो सामने नहीं आ पाता। कई विद्यालय ऐसे भी हैं जो बहुत अच्छे हैं और उनको देखकर दूसरे स्कूलों में भी सुधार आ सकता है। कुछ विद्यालयों के बच्चे खेल में आगे हैँ तो कुछ पढ़ाई में। कुछ के दोनों क्षेत्र में। इसकी जानकारी विभागीय स्तर पर तो होती है पर आम लोगों के बीच अच्छा काम नहीं जा पाता। दूसरी ओर लगातार अच्छा काम कर रहे शिक्षक प्रोत्साहन न मिलने के कारण बनी बनाई परिपाटी पर आ जाते हैँ और कुछ दिन बाद अच्छा विद्यालय साधारण की श्रेणी में आ जाता है। इस मर्म को विभाग के कुछ शिक्षकों ने समझा और अच्छे स्कूलों के फोटो खींचे, उनकी गतिविधियों को सोशल मीडिया पर डाला तो अच्छे परिणाम आए। दूसरे स्कूलों में भी उसी प्रकार के प्रयोग शुरू हुए। इस पर निर्णय लिया गया क्यों न इसकी डाक्यूमेंट्री तैयार कर ली जाए जिसे सभी स्कूलों में दिखाया जाए और उससे प्रेरणा लेकर स्कूल दर स्कूल सुधार की पहल शुरू हो तो अच्छे नतीजे आ सकेंगे। इसके लिए शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी एसके तिवारी से बात की तो उन्होंने इस पर सहर्ष स्वीकृति प्रदान की। शिक्षकों ने इसके लिए सैदनगर ब्लाक के मझरा हशमतगंज, घाटमपुर, हजरतपुर व मझरा बगड़खा तथा चमरौआ ब्लाक के हरियाल व मडैयान उदयराज विद्यालयों को चयनित किया है। इन स्कूलों की गतिविधियों पर एक पत्रिका भी तैयार की गई है। इन दिनों इसकी डाक्यूमेंट्री तैयार की जा रही है। जो स्कूल चयनित किए गए हैं, सभी ए श्रेणी प्राप्त हैं। उसमें स्कूल खुलने से लेकर छुट्टी तक होने वाली गतिविधियों को शामिल किया गया है। डाक्यूमेंट्री की विशेषता यह है कि इसे पूरी तरह विभाग के लिए शिक्षक ही तैयार करेंगे। मसलन, वीडियोग्राफी से लेकर पटकथा, आवाज सभी शिक्षकों की होगी। वीडियोग्राफी जफर बेग कर रहे हैँ जोकि शिक्षक के साथ-साथ अच्छे फोटोग्राफर हैं। इसी तरह टीम का हर शिक्षक अपने फन में माहिर है। डाक्यूमेंट्री बनाने वाली टीम में शामिल शिक्षक सुरेंद्र यादव और दीपक पुंडीर ने बताया कि उनकी कोशिश से यदि शैक्षिक स्तर में सुधार होता है तो उनको खुशी होगी। बीएसए श्याम किशोर तिवारी के अनुसार कुछ शिक्षक अच्छा काम कर रहे हैँ जिसे सभी के सामने लाने का प्रयास शिक्षक खुद कर रहे हैं जोकि अच्छी पहल है
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