अंतरजनपदीय तबादले की प्रक्रिया शुरू होने तथा गैरजनपदों से यहां शिक्षकों के आमद कराने का सिलसिला शुरू होते ही पदोन्नति की आस लगाए जनपद के शिक्षकों का आक्रोश गुरुवार को फूट पड़ा। लिहाजा आंदोलित शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय का घेराव करते हुए परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। विगत कई माह से पदोन्नति के लिए अधिकारियों से आग्रह करते थक चुके शिक्षकों ने प्रदर्शन के दौरान विभागीय अधिकारी पर शासनादेश की अवहेलना किए जाने का आरोप लगाया।
प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात शिक्षक पदोन्नति प्रक्रिया के दौरान उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक तथा प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक बनने की आस लगाए हुए थे। हालांकि विभाग की ओर से विद्यालयों की संख्या कम दिखाते हुए तमाम शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ दिए जाने से वंचित कर दिया। हालांकि इसके बाद शिक्षकों की मांग पर उन्हें पदोन्नत करने का विभागीय अधिकारी आश्वासन देते रहे। इस बीच जिलाधिकारी से लेकर उच्चधिकारियों तक शिक्षकों ने गुहार लगाई, फिर भी उनकी मांग अभी तक पूरी नहीं हो सकी। बावजूद इसके शिक्षक पदोन्नति की उम्मीद में रोजाना बीएसए कार्यालय के चक्कर लगा शासनादेश का हवाला देते हुए अनुपालन की मांग कर रहे थे। इसी बीच शासन ने अंतरजनपदीय तबादले को हरी झंडी दिखाए जाने के बाद जनपद में करीब 400 शिक्षकों की आमद हो रही है। उक्त शिक्षक बीते तीन दिनों से जिले में उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। ऐसे में उक्त शिक्षकों को विद्यालयों में पदास्थापन दिए जाने के बाद पदोन्नति की धूमिल होती उम्मीदों को देख शिक्षक भड़क गए। आंदोलित शिक्षकों ने पदोन्नति मिलने बाद ही धरना प्रदर्शन समाप्त किए जाने का निर्णय लिया है। आंदोलन के दौरान शिक्षक संघ अध्यक्ष मानिक चंद्र चौधरी के साथ राजेश यादव, सुभाष यादव, रुकुमकेश यादव, सुशील चौधरी, स्नेहलता वर्मा, श्रीराम वर्मा, अमरेश चौधरी, अमित कुमार, शशिकला, विभा चौधरी, अमित गुप्त, गौतम कुमार, चंद्रशेखर, विजेंद्र कुमार, पन्नालाल कनौजिया, प्रमोद विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार वर्मा, विनय मिश्र, रमाशंकर, सर्वेंद्र कुमार, सत्यप्रकाश मौर्य, दिनेश कुमार सोनकर, दिनेश कुमार, प्रदीप कुमार, मिथिलेश कुमार, प्रमोद कुमार व कृष्ण कुमार आदि शामिल रहे
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