चुनावी बयार में पदोन्नति का लाभ पाने वाले प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों को शासन ने तोहफा दे दिया है। पहले दस साल तो फिर इसे घटाकर 5 साल अब तीन साल की अनिवार्यता करके शिक्षकों के चेहरे की मुस्कान बढ़ा दी है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद का आदेश आते ही लाभ की श्रेणी में खड़े शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने अभिलेख दुरुस्त करने में जुट गए हैं।
जनपद में तीन साल से प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर सेवाएं देने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को पदोन्नति का लाभ दिया जाना तय हो गया है। सरकार की मंशा पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने सभी बीएसए को आदेश की कॉपी भेजकर पदोन्नति प्रक्रिया करने के आदेश दिए हैं। प्रक्रिया को पूरी कराने के लिए 12 अक्टूबर की तिथि भी निर्धारित कर दी है। विभाग द्वारा एक साल के अंदर विभाग ने एक हजार शिक्षक-शिक्षिकाओं को पदोन्नति का लाभ दिया गया है। चूंकि अभी विभाग के पास यह सूची नहीं हैं कि प्राथमिक के कितने सहायक अध्यापकों को प्रमोशन दिया जाना है।
जानकारों की मानें तो लगभग पांच सैकड़ा ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं जो लाभ पाने की श्रेणी में हैं। बीएसए विनय कुमार सिंह ने बताया कि आदेश की कॉपी मिल गई है। सभी खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से तीन साल की सेवा पूर्ण करने वाले सहायक अध्यापकों की सूची मांगी गई है। निर्धारित अवधि में प्रक्रिया पूरी करके सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को अवगत करा दिया जाएगा।
No comments:
Write comments