महराजगंज: प्रशासनिक स्थानांतरण सहित कई आरोपों में घिरे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जावेद आलम आजमी का तबादला हो गया। वह बगैर अपना चार्ज दिए ही मुख्यालय छोड़कर चले गए। हैरत की बात तो यह है कि इनके महराजगंज जनपद छोड़ने की भनक उच्चाधिकारियों को भी नहीं लगी। शुक्रवार को आन फानन में सदर एसडीएम देवेश कुमार व एडीबेसिक डा. सत्य प्रकाश त्रिपाठी की मौजूदगी में खंड शिक्षा अधिकारी सदर विजय आनंद को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रभार सौंपा गया। खबर के मुताबिक सुबह दस बजे से ही अंतर जनपदीय स्थांतरित 113 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा था, कि इसी बीच एसडीएम सदर देवेश कुमार व एडी बेसिक सत्य प्रकाश त्रिपाठी की गाड़ी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंची, तो अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सभी दाएं-बाएं किनारा कसने लगे। अधिकारियों के रुख से कर्मचारियों के माथे पर भी पसीना झलक रहा था। कार्यालय पर भारी संख्या में शिक्षकों व कर्मचारियों को होने के कारण एसडीएम ने तत्काल चैनल गेट पर ताला बंद कर दिया। इसके बाद अपनी कार्यवाही प्रारंभ की। इस दौरान एसडीएम ने अपने मोबाइल से फोटो भी लिए और वीडियो ग्राफी भी की। फिर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कक्षा में पहुंचे। अधिकारी-कर्मचारी की उपस्थिति पंजिका की जांच की। बीएसए जावेद आलम के नहीं होने से उनको एडी बेसिक ने अनुपस्थित कर दिया। इसके बाद सदर व परतावल के खंड शिक्षा अधिकारी विजय आनंद को महराजगंज के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया। बताते चलें की शासन द्वारा पीलीभीत के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जय प्रताप सिंह को महराजगंज का जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पद पर तबादला किया गया है, उनके जनपद में कार्यभार ग्रहण करने तक सदर बीइओ के पास इस पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
अंतर जनपदीय तथा प्रशासनिक स्थानांतरण से जुड़ी फाइल को एसडीएम देवेश कुमार तथा एडी बेसिक डा. सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने घंटों खंगाली। इस दौरान अधिकारियों ने बीएसए कार्यालय के एक-एक लिपिक को बुलाकर उनसे गंभीरता से पूछताछ की। बीच-बीच में कर्मचारियों के जवाब से अंसतुष्ट होने पर अधिकारियों के तेवर तल्ख होते रहें।
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