गांधी जयंती पर आत्मदाह की धमकी देने वाले बीटीसी के 52 प्रशिक्षुओं का प्रैक्टीकल अब दोबारा कराया जाएगा। कैबिनेट मंत्री आजम खां और जिलाधिकारी अमित किशोर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए समाधान कराया है। हिन्दुस्तान ने प्रशिुओं की इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। वर्ष 2011 में मेरिट के आधार पर बीटीसी में युवकों का चयन किया गया था। उनका दो साल बाद बीटीसी का प्रशिक्षण पूरा हो गया, लेकिन प्रैक्टीकल में नंबर कम दिए गए। प्रशिक्षुओं का कहना है कि तत्कालीन डायट प्रचार्य ने प्रैक्टिकल के नाम पर पांच-पांच हजार की वसूली कराई थी। इसका हम लोगों ने विरोध किया था। विरोध करने वाले 83 प्रशिक्षु थे, जिन्हें अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी। प्रैक्टीकल में थर्ड डिवीजन के नंबर दिए गए, जिससे वह मैरिट से बाहर हो गए थे। गांधी समाधि पर और गांधी जयंती के दिन 52 प्रशिक्षुओं की आत्महत्या किए जाने की चेतावनी से पुलिस, प्रशासन और शासन में खलबली मच गई। आजम खां और डीएम अमित किशोर ने इसे गंभीरता से लिया। प्रशिक्षुओं की कॉपी भी निकालकर देखी गईं। अब प्रैक्टीकल दोबारा कराने का निर्णय लिया गया है।
बीटीसी प्रशिुओं की समस्या को लेकर बेसिक शिक्षा परिषद में बात की गई। शासन स्तर पर भी बात की गई है। अब इनका प्रैक्टीकल दोबारा कराने का निर्णय लिया गया है। तीन अक्टूबर से दोबारा प्रैक्टीकल कराया जाएगा। मामले की जांच भी होगी।
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