यूपी बोर्ड के नकलची जिलों में इस बार भी पूरब और पश्चिम का बोलबाला है। पहले तीन स्थानों में जहां बोर्ड मुख्यालय स्थापित है वह इलाहाबाद भी शामिल हो गया है। इन जिलों के बड़ी संख्या में कालेजों को परीक्षा केंद्र बनाने से डिबार किया गया है। वहीं, गाजीपुर, चंदौली, देवरिया, कौशांबी, आजमगढ़ व बहराइच आदि जिले पीछे छूट गए हैं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2017 की तैयारियां चल रही हैं। परीक्षा केंद्रों का निर्धारण शुरू होने से पहले ही बोर्ड मुख्यालय ने 214 डिबार केंद्रों की सूची जारी कर दी है, ताकि वह विद्यालय परीक्षा केंद्र बनने की दौड़ में ही शामिल न हो सकें। यूपी बोर्ड उन्हीं विद्यालयों को डिबार घोषित करता है, जहां पर सामूहिक नकल, प्रश्नपत्र आउट होना, समय से पहले ही प्रश्नपत्र को खोला जाना या फिर अन्य गंभीर अनियमितता सामने आए। इसमें कई वर्षो से प्रदेश के पूरब व पश्चिम के जिले ही सबसे आगे रहे हैं। इस बार भी उनकी खूब संख्या है, लेकिन इलाहाबाद के उसमें शामिल होने से सभी चकित हैं, क्योंकि यहीं पर बोर्ड मुख्यालय होने के साथ ही माध्यमिक शिक्षा निदेशक का यह गृह जिला भी है।
यूपी बोर्ड ने बलिया के 23, इलाहाबाद 19, हाथरस 12, एटा 11, अलीगढ़ 10, प्रतापगढ़ व कौशांबी आठ-आठ, गाजीपुर, बहराइच सात-सात, मैनपुरी छह, मथुरा, सहारनपुर, मुरादाबाद, हरदोई, कानपुर देहात, फरुखाबाद, फतेहपुर, देवरिया, आजमगढ़ व मऊ में चार-चार परीक्षा केंद्र डिबार हुए हैं। 1कासगंज, बरेली, लखनऊ, कानपुर नगर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर व वाराणसी में तीन-तीन, मेरठ, बागपत, शामली, बदायूं, मुजफ्फरनगर, लखीमपुर खीरी, इटावा, सुलतानपुर, बाराबंकी, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, जौनपुर, सोनभद्र में दो-दो एवं गोरखपुर, चंदौली, भदोही, आगरा, फीरोजाबाद, गाजियाबाद, संभल, पीलीभीत, रायबरेली, ललितपुर, महोबा, श्रवस्ती, गोंडा व बलरामपुर में एक-एक परीक्षा केंद्र डिबार किया गया है। यूपी बोर्ड ने यह सूची जिला विद्यालय निरीक्षकों एवं मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों को पहले ही भेज रखी है अब इसे वेबसाइट पर भी अपलोड किया गया है, ताकि आम लोग भी यह जान सकें कि उनके जिले में कौन-कौन से परीक्षा केंद्र डिबार हैं। जिले स्तर पर केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है पांच नवंबर तक डीआइओएस तय साफ्टवेयर पर परीक्षा केंद्रों की सूची अपलोड करेंगे।
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