संवाद सहयोगी, हाथरस : सादाबाद क्षेत्र के नगला प्रेम सिंह के प्राथमिक विद्यालय प्रकरण के बाद अब विभागीय अधिकारी सचेत हो गए हैं। अब नियमित एनजीओ संचालकों को खाने का सैंपल बीएसए कार्यालय पर भेजना होगा। खंड शिक्षा अधिकारी भी एनजीओ की किचन का औचक निरीक्षण कर वीडियो रिकॉर्डिग करेंगे। जिसे हर सप्ताह डीएम के पास सीडी के जरिये भेजा जाएगा। 1बेसिक शिक्षा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को मिड डे मील मिलता है। सादाबाद, सिकंदराराऊ व हाथरस में एनजीओ की किचन संचालित है, जो बच्चों को मिड डे मील उपलब्ध कराती है। देहात क्षेत्र के विद्यालयों में हेड मास्टर रसोइयों के स्तर से मिड डे मील तैयार करती है, लेकिन आए दिन यह योजना विवादों में रहती है। जिस कारण बच्चों को बेहतर लाभ योजनाओं का नहीं मिल पाता है। विगत दिनों सादाबाद के नगला प्रेमसिंह के प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील खाकर करीब दर्जनभर बच्चों की तबीयत खराब हो गई थी। इसमें कई बच्चों को सादाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं, अफसरों ने मिड डे मील खाने से तबीयत खराब होने की बात को सिरे से खारिज किया था, लेकिन इस घटना के बाद अब अधिकारियों ने चौकसी सख्त कर दी है। अब एनजीओ संचालक नियमित खाने का सैंपल बीएसए कार्यालय में लेकर आएंगे। जिसे सुरक्षित रखा जाएगा क्योंकि यदि कोई घटना हो जाए तो उसे जांच के लिए भेजा जा सके। बीएसए रेखा सुमन ने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह नियमित एनजीओ के रसाईघर व विद्यालयों का औचक निरीक्षण करेंगे। जिला समन्वयक एमडीएम अर¨वद शर्मा ने बताया कि अब खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
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