DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, October 27, 2016

अब खंड शिक्षा अधिकारियों को मिले घर से बच्चे लाने के निर्देश, परिषदीय विद्यालयों में लगातार घटती उपस्थिति से आला अफसर परेशान

संवाद सहयोगी, हाथरस : सर्वशिक्षा अभियान के तहत हर साल करोड़ों रुपये का बजट प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संचालित योजनाओं पर खर्च किया जाता है। इसके बाद भी योजनाओं का सही तरह से क्रियान्वयन नहीं हो पाता है। वहीं, छात्र संख्या निरंतर विद्यालयों में कम हो रही है। अब छात्र संख्या को बढ़ाने निर्देश दिए गए हैं। 1 जिले में करीब 15 सौ से अधिक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में करीब तीन हजार शिक्षक पढ़ा रहे हैं। विद्यालयों में मिड डे मील, निशुल्क किताबें, ड्रेस आदि की योजना बच्चों को दी जाती है, लेकिन इन योजनाओं का क्रियान्वयन कागजों में तो सही तरह से होता है। मगर, जमीनी हकीकत कुछ और ही होती है। इस कारण तमाम बच्चों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए शैक्षिक स्तर खराब होता जा रहा है। ऐसी स्थिति में परिषदीय विद्यालयों में लगातार नामांकन कम होता जा रहा है। कम नामांकन होने को उच्चाधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्थानीय अफसरों को नामांकन बढ़ाने पर जोर दिया है। बीएसए रेखा सुमन ने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वह गांवों में शिक्षकों को भेजकर नामांकन बढ़ाने का प्रयास करें।

No comments:
Write comments