•60 फीसदी अनुसूचित जाति के छात्र•25 फीसदी पिछड़ी जाति के छात्र•15 फीसदी सामान्य जाति के छात्र•15 फीसदी एडमिशन शहरीय क्षेत्र के•85 फीसदी बच्चों का एडमिशन ग्रामीण क्षेत्र के
इन को मिली मान्यता
बदनौरा (बुलंदशहर), बबेरु (बांदा), मोहान रोड (लखनऊ), मोहान रोड बालिका स्कूल (लखनऊ), सलोन (रायबरेली), कोझाभवर (झांसी), सकरौरा (गोंडा), पैढ़त (फिरोजाबाद), छठिया (हरदोई) और कुरुमुरा (सोनभद्र) जिले में स्थित राजकीय पद्धति आश्रम स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड की मान्यता मिल गई है।
चल रही शिक्षकों की भर्ती
राजकीय आश्रम पद्धति स्कूलों में शिक्षकों के पद 15 से बढ़ाकर 20 करने पर काम चल रहा है। जीव विज्ञान, गणित और कला वर्ग में 210 पदों पर शिक्षकों की भर्ती चल रही है। जल्द ही इन सभी पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी करा ली जाएगी। दावा है कि अब तक करीब 60 फीसदी शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है।
प्रदेश में चल रहे 76 आश्रम पद्धति स्कूल
समाज कल्याण विभाग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक मौजूदा समय में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कुल 76 राजकीय आश्रम पद्धति स्कूलों का संचालन हो रहा है। स्कूल की प्रत्येक शाखा में कक्षा 6 से 12 तक कुल 480 छात्र-छात्राओं का प्रवेश लिया जाता है। प्रत्येक स्कूल में अभी मौजूदा 15 शिक्षकों का स्टाफ है। स्कूल में ही छात्रावास की सुविधा दी गई है।
•14 स्कूलों को मिली सीबीएसई बोर्ड की मान्यता, लखनऊ के दो स्कूल भी शामिल
•योगेन्द्र अवस्थी, लखनऊ
राजधानी समेत प्रदेश के करीब 21 राजकीय आश्रम पद्धति स्कूलों में अगले सत्र से सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई होगी। हाल ही में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित 14 स्कूलों को सीबीएसई की मान्यता मिल गई। निदेशक समाज कल्याण विभाग सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कक्षा 6,7 और 8 में इसी साल से सीबीएसई सिलेबस के तहत पढ़ाई शुरू करवा दी गई थी। अगले सत्र से कक्षा 9,10,11 और 12 में भी सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई होगी। इसके लिए खाली पदों पर शिक्षकों की भर्ती समेत तमाम तरह के फैसले लिये जा चुके हैं। लैब से लेकर छात्रावासों और अन्य सारी सुविधाएं जल्द से जल्द पूरी करवा दी जाएंगी।
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