सरकार परिषदीय स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए नई-नई योजना तैयार कर रही है। इनमें पढ़ाने वाले अध्यापकों को उचित प्रबंधन का गुर सिखाने के लिए मॉडल स्कूल बनाया गया है लेकिन विभागीय अफसरों की लापरवाही से इसकी हालत बदतर है। यहां शिक्षकों का टोटा है। जबकि विभाग में इस दौरान जमकर फेरबदल किया गया है। मगर मॉडल स्कूल पर बीएसए की नजरें इनायत नहीं हुईं। जिससे एक सहायक अध्यापक के सहारे पूरा विद्यालय संचालित किया जा रहा है।
बात हो रही है बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित मॉडल स्कूल रानीपुरवा की। सरकार ने परिषदीय स्कूलों को आइना दिखाने के लिए इसे खोला है। ताकि इससे सीख लेकर जिले के दूसरे स्कूलों को ऐसा बनाया जा सके लेकिन इस स्कूल को विभाग के अफसर ही ग्रहण लगाए हुए हैं। यहां 180 छात्रों का नामांकन है। इन्हें पढ़ाने के लिए एक शिक्षक पर दारोमदार है। पहले पूर्व के बीएसए ने स्कूल में तीन प्रशिक्षु शिक्षक समेत छह अध्यापकों की तैनाती की थी लेकिन कुछ का प्रमोशन हो गया है तो प्रशिक्षण पूरा कर स्कूल से जा चुके हैं। अब स्कूल में केवल एक शिक्षक शिक्षण कार्य कर रहा है।1प्रधानाध्यापक छुट्टी पर1मॉडल स्कूल के बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रधानाध्यापक व एक शिक्षक की ही तैनाती है बावजूद इसके यहां 19 अक्टूबर से प्रधानाध्यापक गायब हैं। उपस्थित शिक्षक ने बताया कि वे छुट्टी पर गए हैं। अब स्कूल को शिक्षक विहीन करके कौन छुट्टी दे रहा है। यह सवाल यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
नौनिहाल करते हैं सफाई मॉडल स्कूल की सफाई नौनिहालों के जिम्मे है। यहां शिक्षक बच्चों से सफाई कार्य कराते हैं। सुबह पढ़ने वाले छात्र पूरे विद्यालय की साफ-सफाई करके स्कूल में प्रवेश पाते हैं। कभी ऐसा था स्कूल रानीपुरवा में संचालित मॉडल स्कूल में प्रधानाध्यापक अतुल कुमार शुक्ला, शिक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह, अनुराग शुक्ला व पूजा सिंह की तैनाती थी। इसी के साथ तीन प्रशिक्षु शिक्षक गो¨वद सिंह, रिचा चौहान तथा योगेश कुमार भी शिक्षण कार्य कर रहे थे लेकिन वर्तमान में शिक्षकों का प्रमोशन हो गया है। प्रशिक्षु भी चले गये। अब केवल दो शिक्षक ही कार्य कर रहे हैं।1बीएसए कर रहे उपेक्षा1अगस्त से अब तक जिले में शिक्षकों की नियुक्ति, प्रमोशन व स्थानांतरण हुआ। लेकिन बीएसए ने मॉडल स्कूल पर निगाह नहीं किया। जिससे सरकार की प्राथमिकता के बाद भी यहां शिक्षकों का सूखा पड़ा है। अधिकारी शिक्षा विभाग के अफसरों की कारगुजारी पर आंख मूंदे हुए हैं।1बीएसए को कराऊंगा अवगत प्रभारी बीएसए रामराज ने बताया कि मॉडल स्कूल में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की तैनाती होनी चाहिए। बच्चों से सफाई कराना गलत है। पूरे प्रकरण से बीएसए को अवगत कराया जाएगा।सर्व शिक्षा अभियान का सच : गोंडा के रानीपुरवा मॉडल स्कूल में बुधवार को झाड़ू लगा रहा छात्र रोहित तिवारीसुरेंद्र प्रताप सिंह
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