मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र ने मंडल के परिषदीय प्राथमिक व जूनियर स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं के व्यक्तित्व व कार्यकुशलता की मनोवैज्ञानिक पड़ताल शुरू की है। शिक्षकों से निर्धारित प्रपत्र पर 375 सवाल किए जा रहे हैं। बाद में सवालों के जवाबों का अध्ययन करके नतीजे निकाले जाएंगे।
राज्य शैक्षिक, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की पहल पर मनोविज्ञान केंद्र ने कानपुर मंडल के सभी जिलों के सभी विकास खंडों से 2700 शिक्षक शिक्षिकाओं का चयन किया है। एबीएसए के माध्यम से उनसे सवालों के जवाब लिए जा रहे हैं। बाद मे एकत्र आंकड़ों व तथ्यों का एनसीईआरटी के मनोवैज्ञानिक अध्ययन करके रिपोर्ट तैयार करेंगे।
इन बिंदुओं की होगी पड़ताल
व्यक्तित्व के प्रभावी व गैर प्रभावी बिंदु, अध्यापन की शैली, आत्मविश्वास का स्तर, ज्ञान का स्तर, आत्मनियंत्रण की स्थिति, मनोतनाव का स्तर, सामाजिक सोच, निजता के सोच की स्थिति, स्वयं लाभ प्राप्त करने का सोच, अनुशासन के प्रति समर्पण की स्थिति, दूसरों को बात समझाने का तरीका, साथी शिक्षकों व बच्चों से व्यवहार के साथ वैयक्तिक ईगो के ग्राफ का अध्ययन किया जाएगा।
यह है तस्वीरकार्यक्षेत्र : मंडल के सभी जिले
चयनित स्कूल : सभी विकास खंडों से कुल शिक्षकों का चयन : 2700 पहले प्रपत्र में सवाल : 187 दूसरे प्रपत्र में सवाल : 187 मुख्य बिंदु : 16 प्रश्नप्रपत्र भराने का काम कानपुर व झांसी मंडलों में चल रहा है। इसे जल्द पूरा करा कर एससीईआरटी को भेजा जाएगा। वहां इसकी मार्किग करके नतीजे निकाले जाएंगे। जांच में टालू व गलत जवाब वाले शिक्षकों का बाहर कर दिया जाएगा। नतीजों के आधार पर शिक्षकों की काउंसलिंग व प्रशिक्षण होगा। - डॉ. एलके सिंह, मंडलीय मनोविज्ञानी, मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र
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