प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को माडल रूप देने के लिए सरकार ने मुस्कान परियोजना शुरू की है। यह परियोजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रदेश के छह जनपदों में संचालित की जा रही है। यदि प्रयोग सफल रहा तो अगले साल पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। परियोजना में सोनभद्र, मीरजापुर, बदायूं, बलरामपुर, श्रवस्ती, लखनऊ जिले को शामिल किया गया है।
मीरजापुर में इस परियोजना को यूनीसेफ व एक संस्थान द्वारा संचालित किया जा रहा है। जिला स्तर पर अभिभावक, शिक्षा प्रेरक, एमसीसी प्रेरक व सदस्य, पंचायत सदस्यों तथा सामाजिक संगठनों की गोष्ठियां आयोजित की जा रही हैं। इसके बाद यह गोष्ठी ब्लाक स्तर पर आयोजित की जा रही है। अब तक ब्लाक स्तर पर जमालपुर, राजगढ़, नारायणपुर, पहाड़ी, मझवां, सिटी व पटेहरा ब्लाक में मुस्कान परियोजना की गोष्ठियां आयोजित की जा चुकी हैं। जिला बाल मैत्री विद्यालय का गठन किया जा चुका है। इसमें हर एक ब्लाक के पांच-पांच सदस्यों व जागरूक अभिभावकों को शामिल किया गया है। ये सभी सदस्य विद्यालयों की बेहतरी के लिए काम करेंगे।
जिले में माडल रूप देने के लिए इस संस्था को 222 विद्यालयों की सूची दी गई है। इसमें 106 प्राथमिक, 106 पूर्व माध्यमिक तथा दस कस्तूरबा गांधी विद्यालय शामिल हैं। मुस्कान परियोजना के अंतर्गत हर एक ब्लाक में आठ आठ विद्यालयों को माडल विद्यालय का रूप दिया जाएगा। इसके अंतर्गत शत प्रतिशत बच्चों का नामांकन, शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति व विद्यालय प्रबंध समिति को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
No comments:
Write comments