केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता पर जोर दे रही हैं। जल प्रवाहित शौचालय बनवाए जा रहे हैं। लोगों को जागरूक किया जा रहा है लेकिन इसका असर नहीं हो रहा है। मंगलवार को खुले में शौच का विरोध करना एक शिक्षिका को भारी पड़ गया। शौच करने आई महिला ने उन्हें दौड़ा लिया। आरोप है कि इस दौरान महिला ने शिक्षिका के साथ अभद्रता भी की। अब शिक्षिका ने महिला पर कार्रवाई के लिए चौकी पर तहरीर दी है।
कस्बा स्थित प्राथमिक विद्यालय में मंगलवार की सुबह कस्बे के राजीव नगर निवासी करन सिंह यादव की पत्नी शौच को पहुंच गई। प्रधानाध्यापक एकता सक्सेना ने यह देखा तो उन्होंने इसका विरोध किया लेकिन वह नहीं मानी। इस पर उन्होंने मोबाइल से महिला का फोटो खींच लिया। इस पर महिला भड़क गई और प्रधानाध्यापक को स्कूल परिसर में ही दौड़ा लिया और गालियां दीं। इस दौरान बच्चों में अफरा तफरी मच गई। डरे बच्चे कमरों में जाकर छिप गए। प्रधानाध्यापक ने 100 नंबर डायल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला तो वह फिर चौकी पहुंच गई। महिला के खिलाफ वहां पर तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
परिसर पर खुला शौचालय
प्रधानाध्यापक एकता सक्सेना ने बताया कि विद्यालय के आसपास में रहने वाले लोग विद्यालय परिसर में शौच कर गंदगी फैलाते हैं। स्कूल में आने वाले बच्चों को दिक्कत होती है। कई बार बच्चों के कपड़े भी खराब हो चुके हैं। पूरे विद्यालय में दरुगध फैली रहती है। संक्रामक रोग फैलने की भी आशंका रहती है। कई बार आसपास के लोगों को समझाया गया लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
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