बीएसए कार्यालय में सिकंदराबाद ब्लाक की एक शिक्षिका ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकर्ता और शिक्षिका के बीच भी नोकझोंक हुई। बीएसए ने शिक्षिका को समझाकर मामले को शांत किया गया।
शुक्रवार को सिकंदराबाद ब्लाक की शिक्षिका कल्पना यादव ने बीएसए कार्यालय में हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि उसे अधिकारियों की मनमानी के कारण पिछले चार वर्ष से वेतन नहीं दिया गया है। वह बिना वेतन के ही काम करी है। हंगामा के दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी बीएसए कार्यालय में बैठकर समस्या निस्तारण के लिए वार्ता कर रहे थे। उन्होंने शिक्षिका से बाद में बात करने को कहा। इससे वह और ज्यादा भड़क उठीं और उन्होंने शिक्षक संघ के पदाधिकारी पर ही उल्टे सीधे आरोप लगाने शुरू कर दिए। बीएसए धर्मेन्द्र सक्सेना और संगठन के कुछ लोगों ने समझाकर उन्हें कार्यालय से बाहर भेजा। बीएसए कार्यालय के बाहर आकर वह गेट पर इंतजार करती रहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि शोषण की वजह से ही पिछले चार वर्ष से वेतन नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही वेतन नहीं दिया गया तो वह आंदोलन करेंगी। बीएसए धर्मेन्द्र सक्सेना ने बताया कि शिक्षिका अपनी शिकायत लेकर आई थीं। उनकी बात सुनकर पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद जो भी निकलकर आएगा। उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।
No comments:
Write comments