⚛ उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आनंद कुमार पाठक व मंत्री विजय उपाध्याय ने डीएम समेत शिक्षा निदेशक व परियोजना निदेशक को शिकायती पत्र भेजा है। शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि जिले में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों को शत प्रतिशत वितरण छात्रों को नहीं हो सका है। इसके बावजूद विभाग ने पाठ्य पुस्तक ढोने वाली फर्म को भाड़े का भुगतान कर दिया है।
⚛ आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी धन का बंदरबांट कर बीईओ द्वारा संकुल प्रभारियों तथा शिक्षकों को अपने संसाधनों से पुस्तकें ले जाने का दबाव बनाया जा रहा है। कई चरण में व्यक्तिगत खर्चे से शिक्षक पुस्तकें ले जा चुके हैं। साथ ही अभी भी कई पुस्तकें मिलनी बाकी है। द्वय पदाधिकारियों का आरोप है कि पिछले वर्ष भी पाठ्य पुस्तकें विद्यालय तक नहीं भिजवाई गई थी।
⚛ संगठन द्वारा विरोध करने पर बीएसए ने आश्वासन दिया था कि स्कूलों तक पाठ्य पुस्तकें न पहुंचने की स्थिति में संबंधित फर्म को भाड़े का भुगतान नहीं किया जाएगा। इसके बाद भी भाड़े का भुगतान कर दिया गया। इससे स्पष्ट है कि अधिकारियों की ओर से सरकारी धन का व्यापक पैमाने पर दुरुपयोग किया गया है। शिक्षक नेताओं ने इस प्रकरण की जांच कराने की मांग की है।
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