ग्रामीण रसोइया कल्याण मोर्चा की बैठक नगर के जूनियर हाईस्कूल में हुई। इस दौरान रसोइयों ने प्रदेश सरकार से नियमित करने की मांग की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सोमारी ने कहा कि प्रधान व प्रधानाध्यापक द्वारा रसोइयों का उत्पीड़न कर इन्हें हटाने की साजिश की जा रही है। जबकि रसोइया अपने दायित्वों को लेकर पूरी तरह सजग हैं। नेबुआ-नौरंगिया विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय रामपुर खुर्द पर तैनात रसोइया को हटाने की प्रक्रिया प्रधानाध्यापक व प्रधान द्वारा शुरू की गई है। किंतु इसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। जिला संयोजक जय प्रकाश कुशवाहा ने कहा कि रसोइया प्राथमिक विद्यालयों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बावजूद इसके इनके साथ सौतेला व्यवहार अपनाया जा रहा है। 1निर्धारित दायित्वों पर सौ फीसद खरा उतर रसोइयों ने अपनी उपयोगिता साबित की है। जबकि इसके बदले इन्हें महज एक हजार रुपये ही मानदेय दिया जा रहा है। कुशवाहा ने कहा कि स्कूलों में शिक्षक व प्रधानों की मनमानी चरम पर है। हालत यह है कि निर्धारित मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा, न ही मानक के अनुसार दूध वितरण। उन्होंने रसोइयों को नियमित करने की प्रदेश सरकार से मांग की बैठक को विश्वनाथ चौहान, चंद्रावती, वृषभान, भोला आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर कांति, कुसमी, गंगोत्री, कालिंदी, सिया, गुलाबी, उषा, उमरावती देवी आदि उपस्थित रहीं।
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