पोलियोग्रस्त बच्चे भी अब एक आम आदमी की तरह अपने पैरों पर खड़े हो सकेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से एक से तीन दिसंबर तक पोलियोग्रस्त बच्चों की सर्जरी कराई जाएगी।
यह सर्जरी जिला अस्पताल में मुफ्त की जाएगी, जिसके लिए दिव्यांग को विकलांग कल्याण विभाग में पंजीकरण कराना होगा। सर्जरी करने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय विकलांग संस्थान, नई दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सक आ रहे हैं। भारत सरकार दिव्यांगों के जीवन स्तर को सुधारने के भरपूर प्रयास कर रही है। अब सरकार ने जनपद में ऐसे पोलियोग्रस्त बच्चे, जिनकी कमर के नीचे का हिस्सा टेढ़ा है, जन्मजात टेढ़े पांव हैं, पोलियो है उनकी सर्जरी कराने का फैसला लिया है। एक से 24 वर्ष आयु तक के इसमें आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए लाभार्थी से कोई पैसा भी नहीं लिया जाएगा। जनपद में अब तक 353 लोगों ने आवेदन किया है। परीक्षण करने के बाद सर्जरी के लिए लाभार्थी का चयन किया जाएगा। सर्जरी करने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय विकलांग संस्थान, नई दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सक आ रहे हैं। जिला विकलांग कल्याण अधिकारी रितिक वर्मा ने बताया कि पोलियो करेक्टिव सर्जरी जिला अस्पताल में कराई जाएगी। जिनका पंजीकरण अभी तक नहीं हुआ वो अपना पंजीकरण विभाग में करा सकते हैं। लाभार्थी दो फोटो, विकलांग प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र लेकर एक दिसंबर को अपने अपने ब्लॉक मुख्यालय पर सुबह सात बजे पहुंच जाए।
वहां से बस के द्वारा उन्हें जिला अस्पताल लाया जाएगा। लाभार्थी के साथ जो भी तीमारदार आए वो अपनी जरूरत का सामान साथ लाए। सर्जरी का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। दिव्यांग से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा।
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