अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक कालेजों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने में चयन बोर्ड जल्दबाजी में नहीं है। पहले उसका जोर पुरानी भर्तियां पूरी करने पर होगा और उसके बाद बारी नई भर्तियों की आएगी। टीजीटी-पीजीटी 2016 की परीक्षा से लेकर साक्षात्कार तक 2017 में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। यदि जरूरी हुआ तो लिखित परीक्षा फरवरी में भी हो सकती है, लेकिन उसका परिणाम 2011 के इंटरव्यू पूरे होने के बाद ही जारी होगा।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने माध्यमिक कालेजों में रिक्त स्नातक शिक्षक यानी टीजीटी और प्रवक्ता यानी पीजीटी भर्ती 2016 के लिए अधियाचन मांगा था। करीब साढ़े नौ हजार पदों के लिए युवाओं से आवेदन मांगे गए। इसमें लगभग 12 लाख से अधिक युवाओं ने आवेदन किया है। चयन बोर्ड ने पहले दिसंबर में परीक्षा कराने की तैयारी की थी, लेकिन 2013 के साक्षात्कार के कारण परीक्षा को जनवरी 2016 में कराने की बात चली, लेकिन बोर्ड की ओर से अब तक परीक्षा कराने को लेकर सहमति नहीं बन सकी है।1दरअसल, 2013 के टीजीटी साक्षात्कार जनवरी तक चलेंगे। यह खत्म होते ही 2011 की लिखित परीक्षा का रिजल्ट एवं साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें भी इंटरव्यू जून तक चलने के आसार हैं। चयन बोर्ड का मानना है कि बीच में नई भर्ती की परीक्षा कराने का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि इम्तिहान होने भर से ही युवाओं का भला नहीं होगा। यदि परीक्षा फरवरी में भी करा ली जाए तो उसका परिणाम जून के बाद ही निकाला जाएगा, ताकि उसी के साथ साक्षात्कार आदि शुरू हो जाएं।
तैयार हो रहे प्रश्नपत्र : चयन बोर्ड ने 2016 की परीक्षा की तारीख भले ही अभी घोषित नहीं की है, लेकिन प्रश्नपत्र आदि तैयार होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यदि सब दुरुस्त रहा तो फरवरी में इम्तिहान हो सकता है अन्यथा जून या फिर जुलाई में ही परीक्षा कराई जाएगी।
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