फतेहपुर :परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अब पुरानी पैंट से बना बस्ता लेकर स्कूल नहीं जाएंगे। पुराने कपड़े के बैग ले जाते यह बच्चे शर्म महसूस करते थे तो अभिभावक आर्थिक मजबूती के हिसाब से बैग भी दे दिया करते थे। शासन ने इन बच्चों को हाई क्वालिटी का बैग दिए जाने की हरी झंडी दी है। इन सरकारी स्कूलों के बच्चे शासन द्वारा मिलने वाले सीएम की तस्वीर वाले बैग लेकर स्कूल की दूरी नापते नजर आएंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले शासन द्वारा बच्चों को सीएम की फोटो लगे बर्तन भी दिये गए थे, जबकि परिवारों को सीएम की फोटो युक्त राशन कार्ड वितरित किए गए थे। शासन ने उम्र के हिसाब से इन बैग को तीन वर्गो में विभक्त करते हुए क्वालिटी की परख के लिए सैंपल बेसिक शिक्षा विभाग को भेज दिए हैं। शासन की नई योजना के तहत कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्रओं को स्कूली बैग दिए जाएंगे।
शासन स्तर पर इसके लिए कार्ययोजना बनाकर तैयार कर ली गई है। तीन-तीन बैग जिले के 13 ब्लाकों एवं नगर शिक्षा क्षेत्र में सैंपल के लिए भेजे गए हैं। जिससे की वितरण में इन बैग की क्वालिटी चेक हो सके। योजना में जिले के 2,66, 000 छात्र-छात्रएं लाभान्वित होंगे। जिले को इन बैग को क्रय करने का अधिकार दिया गया है। जिसके तहत इनकी कीमत 144 रुपए निर्धारित की गई है।
बीएसए विनय कुमार सिंह ने बताया कि सैंपल के बैग की खेप मिल चुकी है। इन सैंपल से वितरण के समय मिलान कराई जाएगी। इसके साथ ही वितरण के समय रेंडम तरीके (बीच-बीच से) बैग निकाले जाएंगे और जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। शासन ने अभी तक 6 मार्च तक तक वितरण की तिथि निर्धारित कर सकी है।
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