नोटबंदी की घोषणा के बाद अटकी पड़ी परिषदीय स्कूलों की रंगाई पुताई का रास्ता अब साफ हो गया है। साथ ही इन स्कूलों में मिड-डे-मील बाधित होने का खतरा भी टल गया है। दरअसल यह सब संभव हुआ है। कस्बा निघासन स्थित इलाहाबाद बाद बैंक के प्रबंधक दीपांशु श्रीवास्तव की एक पहल के चलते।यहां बता दें की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद किए जाने की घोषणा के बाद परिषदीय स्कूलों में होने वाले तमाम काम बाधित हो गए थे। न तो स्कूलों की रंगाई-पुताई और छोटी-मोटी मरम्मत आदि के काम हो पा रहे थे और न ही इन स्कूलों का विकास अनुदान ही निकल पा रहा था जिससे स्कूलों में टाट-पट्टी व फर्नीचर सहित अन्य जरुरी सामग्री की ही खरीद हो पा रही थी। शिक्षक भी इससे काफी परेशान थे क्योंकि विभागीय अधिकारी इसको लेकर बार-बार शिक्षकों को निर्देश जारी कर रहे थे। सबसे बड़ी बात यह कि पैसा न निकल पाने के चलते स्कूलों में मिड-डे-मील पर भी संकट पैदा हो गया था। इधर इस समस्या के सम्बन्ध में समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद बैंक निघासन के युवा प्रबंधक दीपांशु श्रीवास्तव ने शुक्रवार को अधिकांश शिक्षकों को रंगाई-पुताई के मिड-डे-मील की धनराशि का भुगतान करा दिया। बैंक के अन्य कर्मचारियों ने भी अपने प्रबंधक की इस पहल में पूरा सहयोग किया। भुगतान हो जाने से शिक्षक काफी खुश दिखे और उन्होंने प्रबंधक की इस पहल की काफी सराहना की। अब न केवल स्कूलों की रंगाई-पुताई हो सकेगी, बल्कि एमडीएम भी सुचारू रूप से जारी रह सकेगा।
No comments:
Write comments