Tuesday, January 31, 2017
गोरखपुर : वरिष्ठता को ध्यान रखते हुए एक अध्यापक एक विद्यालय चार्ज व शिकायतों का संज्ञान ले बीएसए ने जारी किए निर्देश, देखें
समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी गोरखपुर
द्वारा ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखपुर
लगातार शिकायत मिल रही है की की किसी एक अध्यापक के ज़िम्मे एक से अधिक विद्यालय का चार्ज है।
तत्काल सुनिश्चित किया जाय की विद्यालय का चार्ज उस विद्यालय पर कार्यरत HM या वरिष्ठ सहायक अध्यापक के ज़िम्मे किया जाय
कड़ाई से पालन हो
अन्यथा की स्थिति में खण्ड शिक्षा अधिकारी ज़िम्मेदार होगे।
डायट को शिक्षकों की सूची उपलब्ध, नौनिहालों को ‘गुरु जी’ सिखाएंगे योग
अगर आपका लाडला सुबह अनुलोम विलोम या आसन लगाने लगे तो चौंकने की जरूरत नहीं है। दरअसल विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए अब परिषदीय स्कूल के नौनिहालों को योग सिखाया जाएगा। इसके लिए पहले तो जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान ब्लाक वार शिक्षकों को योग के प्रशिक्षण दिलाएगा। शासन ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने डायट को शिक्षकों की सूची उपलब्ध करा दी है। फरवरी माह के प्रथम सप्ताह से शिक्षकों को ग्रुप में पतंजलि योगपीठ के मास्टर ट्रेनर योग की शिक्षा देंगे। यहां से प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक अपने स्कूलों के विद्यार्थियों को योग करना सिखाएंगे।
प्रशिक्षण के दौरान योग प्रशिक्षक शिक्षकों को अनुलोम विलोम, कुंभक, पदमासन, सुखासन, हलासन, सूर्यासन समेत कई आसनों को करने के तौर तरीके की जानकारी दी जाएगी। साथ ही योग से होने वाले फायदे गिनाए जाएंगे।
उप बेसिक शिक्षा अधिकारी अजरुन सिंह ने बताया कि योग की पाठशाला स्कूलों में लगने से निश्चित ही बच्चे शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे। उनकी बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। भविष्य में बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।
Monday, January 30, 2017
मुरादाबाद ; बच्चों की उपस्थिति पर संकट के बादल, बुझ गए मिड-डे मील रसोई के चूल्हे,
है। मूढापांडे ब्लाक के सहकपुर पल्ला, कुंदरकी ब्लाक के मुहम्मदपुर बस्तौर, डिलारी ब्लाक के बहादुरगंज, देवापुर ग्राम पंचायत के प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल समेत तमाम स्कूलों में मिड-डे मील पिछले 15 दिनों से नहीं बन रहा है। कुंदरकी के कमालपुर-फतेहाबाद, मूढापांडे के वीरपुर थान, वीरपुर बरियार में भी यह बंद होने की कगार पर है। खातों में भेजे जाने हैं ढाई करोड़ रुपये: 2.50 करोड़ की धनराशि मिड-डे मील के खातों में भेजी जाती है। जिले में 1250 प्राइमरी और 704 जूनियर हाईस्कूल हैं। इनके अलावा अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में भी कक्षा 8 तक के बच्चे मिड-डे मील ग्रहण करते हैं। एक साल में कई बार कन्वर्जन राशि समय से न पहुंच पाने के कारण मिड-डे मील बंद हो चुका है:
रामपुर :प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के सदस्यों ने की मांग, सातवें वेतनमान के अनुसार मिले शिक्षकों का वेतन
रामपुर : प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के सदस्यों ने शिक्षकों का वेतन सातवें वेतनमान के अनुसार जारी करने की मांग की है। इसको लेकर उन्होंने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्र भेजा है। शिक्षकों का कहना है कि शिक्षणोत्तर कर्मचारियों को जनवरी माह का वेतन सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार किया जाना था, लेकिन विभाग की लापरवाही की वजह से शिक्षकों को छठे वेतनमान के अनुसार की भुगतान करने की तैयारी की जा रही है। इससे शिक्षकों को आर्थिक क्षति होगी। कहा कि विभाग की ओर से शेष धनराशि का भुगतान आगामी वर्ष में एरियर के रूप में दिया जाएगा, तो शिक्षकों का आयकर भी बढ़ जाएगा। उन्होंने शिक्षकों का वेतन सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप एवं शेष एरियर का 50 फीसद भुगतान कराने की मांग की है। पत्र पर प्रदेश उपाध्यक्ष अजहर अहमद, असद सईद खां, मोहम्मद खतीब, विकास गुप्ता, शारिक जावेद खां, सौरभ गुप्ता, सलीम अहमद, रहमत अली, आलिया, नाजिश आदि के हस्ताक्षर हैं।सातवें वेतनमान के अनुसार मिले शिक्षकों का वेतन
हरदोई : माडर्न विद्यालयों को विभाग कर रहा नजरंदाज, जाग्रत शिक्षक-शिक्षिकाओं ने विद्यालयों को सुधारा, और उन्हें प्रदेश स्तर पर पहुंचाया
परिषदीय विद्यालयों का नाम जेहन पर आते ही अजीब सी तस्वीर आ जाती थी। हालांकि जो विद्यालयों की दशा वह किसी से छिपी नहीं हुई है, लेकिन कुछ जाग्रत शिक्षक-शिक्षिकाओं ने विद्यालयों को सुधारा भी और उन्हें प्रदेश स्तर पर पहुंचाया।
ऐसे ही विद्यालयों को प्रोत्साहन करने के लिए सर्व शिक्षा अभियान में योजना चलाई गई थी और जिले से विशेष उल्लेखनीय कार्य करने वाले 10 विद्यालयों की प्रोफाइल मांगी गई थी, लेकिन यह सब लापरवाही की भेंट चढ़ गया। इसका परिणाम यह हुआ कि जिले को इस योजना का कोई लाभ नहीं मिल सका।
परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संसाधन मुहैया कराने के लिए सर्व शिक्षा अभियान में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। शिक्षक-शिक्षिकाओं की तैनाती हो चुकी तो विद्यालयों में संसाधन भी पूरे हो गए। हालांकि कुछ विद्यालयों में लापरवाही के चलते योजनाओं का कोई असर नहीं दिख रहा है।
दूसरी तरफ जिले में ऐसे भी बहुत से विद्यालय हैं जो कि माडर्न हो गए हैं। इन विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपनी लगन और मेहनत के बल पर विद्यालयों का नाम ऊंचा किया है। ऐसे ही विद्यालयों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य परियोजना निदेशालय सर्व शिक्षा अभियान की तरफ से 10 विद्यालयों की प्रोफाइल मांगी गई थी, जिसमें विद्यालय का नाम, ब्लाक, कार्यरत अध्यापकों की संख्या, भौतिक परिप्रेक्ष्य, चहारदीवारी, शौचालय आदि का विवरण मांगा गया था।1 विभागीय जानकारों के अनुसार यह आदेश पूरी तरह से लापरवाही का शिकार हुआ और परियोजना को कोई जानकारी नहीं भेजी गई। ऐसे में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को कोई लाभ नहीं मिल सका।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी का कहना है कि पूर्व में जो सूचना मांगी गई थी वह भेजी गई थी विद्यालयों की मांगी गई प्रोफाइल के संबंध में वह जानकारी लेकर आगे की कार्यवाही करेंगे
सीतापुर : शिक्षकों को मिलेगी छुट्टियों की सौगात, परिषदीय विद्यालयों की अवकाश तालिका में कई बार लगातार अवकाश दर्ज
परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के लिए यह खबर किसी सौगात से कमतर नहीं है। परिवार के साथ हिल स्टेशन अथवा धार्मिक स्थलों पर जाने का मूड बनाया है तो लंबी छुट्टियां इसके लिए मुफीद हैं। दरअसल बेसिक शिक्षा सचिव द्वारा घोषित अवकाश तालिका में सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में लगातार पांच अवकाश हैं। अक्टूबर माह में भी चार अवकाश लगातार पड़ रहे हैं। ऐसे में विभाग से एक-दो दिन का अवकाश लेकर परिवार के साथ टूर पर जा सकते हैं।_
बेसिक शिक्षा सचिव संजय सिन्हा द्वारा घोषित परिषदीय विद्यालयों की अवकाश तालिका में कई बार लगातार अवकाश दर्ज हैं। 28 सितंबर को दशहरा की महाअष्टमी, 29 को महानवमी, 30 को विजयदशमी, एक अक्टूबर को मोहर्रम तथा दो अक्टूबर को गांधी जयंती का अवकाश है। तीन व चार अक्टूबर को छोड़ पांच अक्टूबर को महर्षि बाल्मीकि जयंती का अवकाश है। ऐसे में दो दिन की छुट्टी लेकर एक सप्ताह के लिए परिवार के साथ शिक्षक कहीं जा सकते हैं।
इसी तरह 18 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी, 19 को दीपावली, 20 को गोवर्धन पूजा तथा 21 अक्टूबर को भैयादूज का अवकाश घोषित है। जनवरी माह के अवकाश को छोड़ दें तो आठ, नौ व 11 अप्रैल को अवकाश हैं। मई माह में 9, 10 व 12 तारीख तथा मार्च माह में 12, 13 व 14 तारीख को लगातार छुट्टियां पड़ रही हैं। ऐसे में साल 2017 में वह शिक्षक जो परिवार के साथ भ्रमण पर जाना चाहते हैं उनके लिए बेहतर है।