- सीएम के ड्रीम स्कूल को नहीं मिले शिक्षक
- प्रत्येक स्कूल में एक प्रिसिपल व 10 प्रवक्ता की भर्ती
- फिलहाल शिक्षकों को अटैच कर हो रही पढ़ाई
इलाहाबाद। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम स्कूल को
शिक्षक नहीं मिल सके। सरकार ने 2016-17 सत्र से ही मंडल मुख्यालयों पर
एक-एक समाजवादी अभिनव स्कूल खोला था। इलाहाबाद में 23 अप्रैल 2016 को
दांदूपुर चाका में सीएम ने स्कूल का उद्घाटन किया था।सीबीएसई से मान्यता
प्राप्त इन स्कूलों में पहले सत्र में कक्षा 6 से 9 तक के बच्चों को प्रवेश
दिया गया। शुरुआत में राजकीय विद्यालय के शिक्षकों को इस स्कूल से संबद्ध
कर पढ़ाई शुरू की गई। 24 अगस्त को पद सृजन हुआ और अस्थायी (एडहॉक) रूप से
नियुक्ति के आदेश दिए गए। प्रधानाचार्य, प्रवक्ता, एलटी ग्रेड शिक्षकों के
अलावा नॉन-टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति 29 फरवरी 2017 तक करने की योजना थी।
लेकिन चार महीने बाद भी नियुक्ति नहीं हो सकी है। प्रदेश के सभी 18 मंडल
मुख्यालयों में एक-एक स्कूल खोले गए हैं। सृजित पदों की अर्हता, पद नाम,
वेतन बैंड व वेतन ग्रेड आदि राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में उक्त पदों के
लिए तय सेवा शर्तों के अनुसार लागू किया गया है।
प्रत्येक स्कूल में एक प्रिसिपल व 10 प्रवक्ता की भर्ती : प्रत्येक समाजवादी अभिनव स्कूल में एक प्रिंसिपल, 10 प्रवक्ता और सात एलटी
ग्रेड शिक्षकों की भर्ती प्रस्तावित है। दो क्लर्क और पांच चतुर्थ श्रेणी
कर्मचारी भी रखे जाने हैं।
फिलहाल शिक्षकों को अटैच कर हो रही पढ़ाई : अभिनव स्कूल में
फिलहाल राजकीय विद्यालय के शिक्षकों को अटैच कर पढ़ाई कराई जा रही है।
इलाहाबाद में ¨प्रसिपल समेत 11 शिक्षक संबद्ध हैं। कक्षा 6 से 9 तक 290 सीट
में से 262 पर बच्चों ने प्रवेश लिया है।
समाजवादी अभिनव स्कूल में फिलहाल राजकीय विद्यालय के शिक्षकों को संबद्ध कर पढ़ाई कराई जा रही है। इन स्कूलों में शिक्षक 9342 एलटी ग्रेड भर्ती के जरिए आएंगे
- कोमल यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक
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