अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को समय से आना होगा विद्यालय
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में अब शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों से समय से विद्यालय आना होगा। साथ ही निर्धारित समय के बाद ही विद्यालय से जाना भी होगा। इसके लिए इन विद्यालयों में बायोमेट्रिक उपस्थिति लगेगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमर नाथ वर्मा के आदेश के बाद बीते 21 जनवरी को जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश कुमार त्रिपाठी ने कॉलेजों को निर्देश जारी कर दिए हैं।राजधानी में कुल 108 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। कई बार अफसरों के निरीक्षण में देखने को मिला है कि शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी समय से विद्यालय में नहीं आते-जाते हैं। इससे शिक्षण कार्य भी प्रभावित होता है। चूंकि इनमें शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचरियों की उपस्थिति विद्यालय के रजिस्टर में लगती है। लिहाजा मनमाने तरीके से उपस्थिति का खेल चलता है। लेकिन अब इस पर रोक लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। ऐसे सभी विद्यालयों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक के मुताबिक इस व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए जो भी व्ययभार आएगा, वह संस्था अपने निजी स्त्रोतों से वहन करेगी। साथ ही भविष्य में इसके लिए शासकीय धनराशि की मांग नहीं की जाएगी।अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के विद्यालय में आने व जाने के प्रभावी अनुश्रवण के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इसकी रिपोर्ट भी मेरे कार्यालय में जमा करने के लिए कहा गया है।
No comments:
Write comments