शिक्षक खेल और गतिविधियों को शिक्षण में शामिल कर शिक्षण को प्रभारी और बच्चों के लिए आसान बना सकते हैं। अगर बच्चों को पढ़ने में रुचि रहेगी तो उनका मानसिक स्तर भी बढ़ेगा। ब्लाक संसाधन केंद्र शंकरपुर में सोमवार को चार दिवसीय आरंभिक गणित कौशल का प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण सत्र को प्रारंभ करते हुए बीईओ जीपी गौतम ने कहा कि बच्च कच्चे घड़े के सामान है। शिक्षक जैसे चाहेगा उसे बैसा ही ढाल देगा। शिक्षक बच्चों को रूचिपूर्ण शिक्षण कराएं। उन्हें गतिविधियों में शामिल करें। ट्रेनर अशोक कुमार, प्रतिमा चौहान, गजेंद्र सिंह और शालिनी पांडे ने गतिविधियों, खेलकूद और अन्य रोचक तरीकों से गणित शिक्षण कराने का प्रशिक्षण दिया। करीब 200 शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया। बीआरपी ओमप्रकाश, विक्रम सोलंकी, डा. रूपारानी, महेंद्र हल्दिया ने भी शिक्षकों को आरंभिक गणित की अवधारणा और तकनीकी दक्षता की जानकारी दी। अन्य कईकार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई।
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