माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने स्नातक शिक्षक 2013 गणित का परीक्षा परिणाम संशोधित किया। उसके बाद से चयन बोर्ड अभ्यर्थियों के निशाने पर है। इसकी वजह यह है कि रह-रहकर ऐसे अभ्यर्थियों के नाम सामने आ रहे हैं, जिनके प्राप्तांक पहले से घट गए हैं। कई प्रकरण सामने आने से यह सवाल उठ रहा है कि आखिर किस तरह से परिणाम जारी किया गया। यदि कुछ शिकायतें न होती तो अयोग्य को ही शिक्षक बनाकर चयन बोर्ड भेज देता। वहीं, चयन सूची से बाहर हुए अभ्यर्थियों का दावा है कि मनमाने तरीके से परिणाम में बदलाव किया गया है।
चयन बोर्ड की टीजीटी 2013 गणित की लिखित परीक्षा देने वाले मिराजुद्दीन के बाद अब रोहित चतुर्वेदी का भी नाम सामने आया है, जिनका प्राप्तांक परिणाम संशोधित होने के बाद बदल गया है। रोहित ने भी लिखित परीक्षा देने के बाद साक्षात्कार में भी शामिल हुआ और चयन सूची में 310 क्रमांक पर था, लेकिन संशोधन के बाद वह चयन के बाहर हो गया है। ज्ञात हो कि मिराजुद्दीन ने भी साक्षात्कार भी दिया और आखिर में जब गणित विषय का फाइनल रिजल्ट बोर्ड की ओर से जारी किया गया तो उनके 38 मार्क्स थे, जबकि रिजल्ट में उनकी पोजिशन 127 वें नंबर पर थी। अब बोर्ड की ओर से संशोधित रिजल्ट जारी किया गया है। जिसमें उनके नंबर कम हो कर 30.5 हो गए हैं, जबकि अंतिम परिणाम में उनकी पोजिशन 202 तक जा पहुंची है।
चयन बोर्ड में इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि एक्स सर्विसमैन के अंक व साक्षात्कार में शामिल युवक शिकायत न करता तो चयन बोर्ड यह बदलाव कैसे कर पाता। युवाओं का कहना है कि यदि पहले अंक जोड़ने में गलती हुई थी तो क्या बाद में जो बदलाव हुआ उसमें गलती नहीं हो सकती।
उधर, चयन बोर्ड ने पांच विषयों की उत्तरमाला जारी की है उसमें करीब दो दर्जन से अधिक सवालों पर आपत्तियां की गई हैं। यह सिलसिला अभी जारी रहने के आसार हैं। वहीं, अभ्यर्थी इस बारे में बोर्ड की सचिव व अध्यक्ष से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे। चयन बोर्ड की ओर से कहा गया है कि पहले गलत नंबर कंप्यूटर की गलती से जारी हुए थे, संशोधन में जारी हुए अंक सही है। अभ्यर्थी प्रत्यावेदन दे उसका जवाब दिया जाएगा।
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