चुनाव पास आता देख सुधारी स्थिति
लेकिन बिल का पैसा नहीं
परिषदीय विद्यालयों में बिजली वायरिंग का बजट जारी किया गया है। प्रत्येक स्कूल को 6142 रुपए दिए गए हैं।
महेंद्र सिंह राणा, एडी बेसिक लखनऊ
डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। विधान सभा चुनाव आते ही परिषदीय विद्यालयों के भी दिन बहुरने लगे हैं। यही वजह है कि राजधानी के जिन विद्यालयों में अब तक बिजली कनेक्शन नहीं हुआ, वहां शासन ने वायरिंग के लिए बजट उपलब्ध करा दिया गया है। अब मतदेय स्थल बने 328 परिषदीय विद्यालयों के अंधेरे से बच्चों को निजात मिल सकेगी।दरअसल, राजधानी के पांच सौ से अधिक प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में बिजली की व्यवस्था नहीं है। बीते दिनों जब मतदान के लिए विद्यालयों के चयन किया प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि 328 स्कूलों में वायरिंग तक नहीं है। मामला शासन के संज्ञान में लगाया गया। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा निदेशक डीबी शर्मा की ओर से इन स्कूलों में वायरिंग कराने के लिए आदेश जारी कर दिया गया। प्रत्येक स्कूल को 6142 रुपए वायरिंग का बजट पास किया गया है। जबकि कई इन स्कूलों में बिजली के कनेक्शन का काम जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। यूपी में कुल 45,809 स्कूलों को वायरिंग के लिए बजट जारी किया गया है।
बीते कई वर्षों से इन विद्यालयों में बिजली की व्यवस्था नहीं है। साथ ही साफ-सफाई की स्थिति भी ठीक नहीं थी। लेकिन मतदान के लिए चिन्हित इन स्कूलों में बिजली की व्यवस्था की जा रही है, बल्कि स्कूलों की रंगाई पुताई से लेकर उनकी मरम्मत भी कराई जा रही है।स्कूलों में बिजली कनेक्शन और वायरिंग को लेकर भले ही शासन ने पैसा दे दिया है। लेकिन यहां जलने वाली बिजली के बिल की कोई व्यवस्था नहीं है। सौ-दौ रुपए का बिल तो स्कूल प्रशासन किसी तरह जमा कर देता है, लेकिन ज्यादा बिल आने पर दिक्कतें खड़ी हो जाती हैं। बीते दिनों इसी वजह से कई स्कूलों की बिजली भी काट दी गई थी।
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