लखनऊ : प्रदेश के 92 जय प्रकाश नारायण सर्वोदय स्कूलों में अप्रैल से ही सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। इसी महीने में छात्रों से लेकर शिक्षकों और वॉर्डन के लिए वार्षिक कैलेंडर जारी होगा। बुधवार को हजरतगंज स्थित होटल में समाज कल्याण विभाग और प्रदेश के तमाम जिलों से आए प्रिंसिपल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। समाज कल्याण विभाग के अडिशनल डायरेक्टर प्रशासन राकेश वर्मा ने इसकी प्रेजेंटेशन दी।
⚫ यूनिसेफ ने दिया मदद का भरोसा
समाज कल्याण के एडी के मुताबिक जेपी स्कूलों में कपैसिटी बिल्डिंग डिवेलप करने के लिए यूनीसेफ मदद करेगा। इसके अलावा शिक्षा को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए भी यूनिसेफ के लोग मदद करेंगे। छात्रों की काउंसलिंग में भी मदद का भरोसा दिया गया है। इसकी रिपोर्ट तैयार होगी। किसी तरह की कमी होने पर उसमें सुधार किया जाएगा।
⚫ ये हुए फैसले
राकेश वर्मा ने बताया कि पहली बार जिले के जेपी स्कूलों में नवोदय स्कूलों की तर्ज पर शिक्षा व्यवस्था लागू की जा रही है। हर महीने पैरंट्स मीटिंग होगी। साल में एक बार ग्रैंड पैरंट्स मीटिंग भी बुलाई जाएगी। पहली अप्रैल को पाठ्यक्रमों का शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा। एडमिशन टेस्ट भी विभाग स्तर से करवाने का सुझाव मिला है। हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के लिए हाउस सिस्टम लागू किया जाएगा। छात्रों, शिक्षकों और वॉर्डन की शिकायतों और समस्याओं के लिए अलग-अलग कमिटियां बनाई जाएंगी। छात्रों को स्पोर्ट्स और सिंगिंग क्षेत्रों में भी बढ़ावा दिया जाएगा।
⚫ तय हुई जिम्मेदारी
बैठक में जेपी स्कूल उन्नाव के प्रिंसिपल डॉ. जेएस चौहान ने बताया कि बेहतर शिक्षा और सुविधाओं को लागू करवाने की जिम्मेदारी प्रिंसिपल की होगी। उन्होंने कहा कि चैलेंज तो बहुत होंगे, लेकिन सभी को अपने स्कूलों में संविदा शिक्षकों की टीचिंग पर विशेष नजर रखनी होगी। इसके अलावा नई व्यवस्था के तहत साल भर के शेड्यूल को लागू करवाना भी उनकी जिम्मेदारी होगी। बैठक में प्रमुख सचिव मनोज सिंह, उप निदेशक जे राम, उप निदेशक गोरखपुर मंडल आरपी सिंह, लखनऊ मंडल के आरके सोनकर, विशेष सचिव केदारनाथ और यूनिसेफ की रुबीना, सुशांत वैद्य भूषण, सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
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