फर्जीवाड़े के अंबेडकर विवि में बड़ा कदम उठाया गया है। विवि की मार्कशीट का अब ऑनलाइन वेरीफिकेशन (सत्यापन) होगा, इससे फर्जी सत्यापन नहीं हो सकेगा। सत्यापन के लिए छात्रों से अवैध वसूली नहीं हो सकेगी।
विवि के छात्रों की सरकारी और निजी कंपनी में नौकरी लगने पर मार्कशीट का सत्यापन कराया जाता है। मगर, पिछले कई सालों से मार्कशीट सत्यापन में बड़ा खेल चल रहा है। सरकारी विभागों से भेजी जा रही मार्कशीट का सत्यापन नहीं किया जा रहा था। इससे छात्र परेशान थे, उन्हें 10 से 15 हजार रुपये देकर सत्यापन कराना पड़ रहा था। इसकी रोकथाम के लिए कुलपति डॉ. अरिवंद दीक्षित के निर्देश पर ऑनलाइन वेरीफिकेशन शुरू कर दिया गया है। पीआरओ डॉ. गिरजा शंकर शर्मा ने बताया कि विवि की मार्कशीट का अब ऑनलाइन वेरीफिकेशन ही होगा। इसके लिए वेबसाइट डीबीआरएयूवेरीफिकेशन डॉट ओआरजी पर लॉग इन करना होगा। कंपनी और संस्थान ही मार्कशीट का वेरीफिकेशन करा सकेंगे।
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