प्रतिभाग करने वाले 74 विद्यालयों के 1870 विद्यार्थियों में से 370 को बेहतर माडल प्रदर्शन के लिए मिला पुरस्कार।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र नक्षत्रशाला में मंगलवार से शुरू हुए दो दिवसीय बाल विज्ञान मेला का बुधवार को समारोहपूर्वक समापन हुआ। मेले में प्रतिभाग करने वाले 74 विद्यालयों के 1870 विद्यार्थियों में से 370 को बेहतर माडल प्रदर्शन के लिए मेडल व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी मन्नान अख्तर ने विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए माडलों का पहले निरीक्षण किया और बाद में उन्हें संबोधित कर प्रेरणादायी सलाह दी। उन्होंने कहा कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों के विद्यार्थियों में पढ़ाई के अलावा शिक्षणोत्तर कार्यो में भी रूचि बढ़ रही है। यह सुखद संदेश है। अब जरूरत है ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को सुविधा और प्रयोगात्मक शिक्षा देने की। इससे वह आगे बढ़कर सभी क्षेत्रों में अपना नाम रोशन करेंगे। मेले में 16 कस्तूरबा गांधी विद्यालय, 30 पूर्व माध्यमिक विद्यालय और 28 हाईस्कूल व इंटरमीडिएट विद्यालयों के विद्यार्थियों ने अपने-अपने माडलों का प्रदर्शन किया।
इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले 370 छात्रों को मेडल व प्रमाण पत्र और 1500 छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिन विद्यालयों के विद्यार्थी पुरस्कृत किए गए, उनमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय महुआ डाबर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय छपिया, पूर्व माध्यमिक विद्यालय सराय गुलरिहा, सरस्वती बालिका इंटर कालेज, पूर्व माध्यमिक विद्यालय ब्रrापुर, अभयनंदन इंटर कालेज आदि शामिल रहे। 1इस अवसर पर बीएसए ओम प्रकाश यादव, जिला समन्वयक विवेक जायसवाल, प्रो. वीवी उपाध्याय, डा. एचएस होरा, प्रो. आरपी ओझा, वैज्ञानिक अधिकारी महादेव पाण्डेय, गंगा राम चौहान, सुरेश कुमार आदि मौजूद रहे।वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला में आयोजित दो दिवसीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी के समापन पर मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी मन्नान अख्तर के साथ पुरस्कृत प्रतिभागी ’ जागरण
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