शामली प्राथमिक विद्यालय का नाम सुनते ही जेहन में शिक्षा के नाम पर खानापूरी का ख्याल आता है। मिड डे मील और वजीफे के बीच शिक्षा की बदहाली सामने आती है। शामली के प्राथमिक विद्यालय नंबर दस के प्रधानाध्यापक नीरज गोयल इस प्रवृत्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं। उनके स्कूल में छात्र संख्या के नाम पर खानापूरी नहीं होती है। वे अभिभावकों को प्रेरित करते हैं और शिक्षा की गुणवत्ता बनाने के लिए भरसक प्रयास करते हैं।
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