Friday, March 31, 2017
फिर बिना किताबों के शुरू होगा प्राइमरी स्कूलों का सत्र, अब तक टेंडर भी नहीं
बेसिक शिक्षा परिषद के सरकारी स्कूलों में एक अप्रैल से सत्र की शुरुआत होने जा रही है। हालांकि इस बार भी बच्चों की किताबों का कुछ भी पता नहीं है। इसके लिए अब तक टेंडर तक नहीं हुआ है। ऐसे में पढ़ाई के नाम पर बस औपचारिकताएं ही होंगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी का कहना है कि हमने परीक्षा से पहले बच्चों से किताबें जमा करवा ली थीं। जो नए बच्चे होंगे उन्हें वही पुरानी किताबें पढ़ाई करवाई जाएगी। पिछले सत्र की बची हुई कुछ किताबें भी बांटी जाएंगी। शासन से जब किताबें छपकर आ जाएंगी तो बच्चों को दे दी जाएंगी। पिछली बार भी टेंडर प्रक्रिया में देरी होने के कारण हॉफ इयरली एग्जाम के बाद बच्चों को किताबें मिली थीं।
नहीं बन सका बुक बैंक
दो साल पहले एडी बेसिक महेंद्र सिंह राणा की ओर से स्कूलों को निर्देश दिया गया था कि वह अपने यह बुक बैंक
फिर बिना किताबों के शुरू होगा प्राइमरी स्कूलों का सत्र, अब तक टेंडर भी नहीं हुआ
स्थापित करें। किसी भी स्कूल में बुक बैंक नहीं बनाया गया। इस पर खंड शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि बुक बैंक बनाने के लिए अलग से रैक, अलमारी और कमरे की जरूरत होगी। हमारे स्कूलों में तो क्लास के लिए ही कमरे कम हैं। वहीं जहां जगह है वह इतना फंड नहीं है कि अलमारी और रैक खरीदी जा सके। ऐसे में अगर हम किताबें इकट्ठी भी कर लेते हैं तो वह दीमक बारिश और सीलन से खराब
शहर के ढाई हजार से अधिक प्राइमरी और जूनियर सरकारी स्कूलों का गुरुवार को परीक्षा परिणाम घोषित हुआ। सभी स्कूलों में बच्चों को रिपोर्ट कार्ड दिए गए, इसमें सभी बच्चे पास रहे। परीक्षा न देने वालों को छोड़कर जितनों ने परीक्षा दी उसमें से कोई भी फेल नहीं हुआ। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि सभी स्कूलों में रिपोर्ट कार्ड बंट गए हैं। शनिवार से नए सत्र की कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
रामपुर : सौ से अधिक प्राइमरी शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त, तीन दिन में मूल विद्यालयों में कार्यभार ग्रहण करने की हिदायत,
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी त्रिलोकी नाथ ने जनपद के समस्त प्राइमरी शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त कर दिया है। तीन दिन में मूल विद्यालयों में कार्यभार ग्रहण करने की हिदायत दी है। ऐसा न किए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। बेसिक शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल चल रहा है।कुछ शिक्षक पहुंच के बल पर ऐसे स्थानों पर अटैचमेंट करा लेते हैं, जहां से स्कूल न जाना पड़े और मौज मारते रहें। कई साल से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में 12 शिक्षक अटैच हैं। बीएसए कार्यालय में भी छह शिक्षकों का अटैचमेंट चल रहा है। इसके अलावा चार शिक्षक निर्वाचन कार्यालय में भी अटैच हैं। खंड शिक्षाधिकारियों ने भी अपने कार्यालयों पर शिक्षकों को अटैच कर रखा है। सबसे अधिक शिक्षक बिलासपुर और सैदनगर में अटैच कर दिए गए हैं। कुछ शिक्षकों से एनपीआरसी का काम भी लिया जा रहा है। ऐसे समस्त शिक्षकों का अटैचमेंट गुरुवार को बीएसए ने समाप्त कर दिया।
बरेली : जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने रिपोर्ट कार्ड बांटने से किया इंकार, कम रिपोर्ट कार्ड मिले तो फोटोस्टेट कर बांटे
बेसिक स्कूलों में गुरुवार से रिजल्ट वितरण शुरू हो गया। छात्र संख्या के अनुपात में आधे रिपोर्ट कार्ड मिलने से शिक्षकों ने फोटो स्टेट करके रिजल्ट बांटे। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने रिपोर्ट कार्ड बांटने से इंकार कर दिया। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गंगवार ने बताया कि अधिकतर स्कूलों को बीएसए दफ्तर से 50 से लेकर 70 फीसदी तक ही रिपोर्ट कार्ड दिए गए। अब किसे कार्ड दिया जाए और किसे नहीं। संघ ने फैसला किया है कि जब तक सभी बच्चों के रिपोर्ट कार्ड नहीं मिल जाएंगे तब तक किसी भी बच्चे को रिजल्ट नहीं दिया जाएगा। उपाध्यक्ष सुंदर लाल सागर, संजीव सिंह, केवेंद्र पाल सिंह, अफजाल अहमद आदि ने भी यह बात कही।
गोरखपुर : स्थानांतरण के लिए काउंसलिंग आज, महिला अभ्यर्थी दो एवं पुरुष अभ्यर्थी पांच वर्ष की सेवा नियुक्त जनपद के पिछड़े क्षेत्र में पूर्ण करने का देंगे शपथ पत्र
शासन के दिशा-निर्देश पर परिषदीय शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बीएसए ओम प्रकाश यादव के अनुसार शुक्रवार को स्थानांतरित प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापकों के अभिलेखों की जांच और काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद विद्यालय विकल्प का चयन किया जाएगा। दोपहर एक बजे समस्त शिक्षकों को बुलाया गया है। शिक्षकों को अपने साथ समस्त अभिलेखों की स्वप्रमाणित छाया प्रति के साथ समय से पहुंचना अनिवार्य है। महिला अभ्यर्थी दो एवं पुरुष अभ्यर्थी पांच वर्ष की सेवा नियुक्त जनपद के पिछड़े क्षेत्र में पूर्ण कर लिया है, इसका एक शपथ पत्र 10 रुपये के स्टैंप पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
महराजगंज : डीएम, बीएसए समेत जिले के नौ अधिकारियोंं को राज्य सूचना आयोग के पीठासीन अधिकारी ने भेजा नोटिस, सम्बन्धित अधिकारी आज राज्य सूचना आयुक्त के समक्ष तलब
सर्व शिक्षा विभाग में 674 करोड़ के खर्च पर सवाल, ट्रेजरी की ओर से विभाग का ब्योरा तलब
सर्व शिक्षा विभाग के 674 करोड़ रुपए के खर्च पर सवालिया निशान लग गया है। ट्रेजरी में अब तक इस विभाग की ओर से खर्च का ब्योरा नहीं दिया गया है। मार्च का अंतिम दिन होने की वजह से ट्रेजरी की ओर से इस विभाग का ब्योरा तलब किया गया है। इसके अलावा सिंचाई और पीडब्ल्यूडी सबसे लेट लतीफ रहे हैं। जहां ज्यादातर विभागों ने खर्च का ब्योरा दे दिया है वहीं, ये विभाग बुलाने के बावजूद अब तक पहुंचे हैं। वित्तीय वर्ष 2016-17 शुक्रवार को खत्म हो रहा है। मुख्य कोषाधिकारी संजय सिंह के अनुसार एक दर्जन विभागों ने अपने खर्च का ब्योरा देकर टोकन नहीं लिया है। ऐसे विभागों को शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक का समय दिया गया है। इसके बाद किसी विभाग के बिल नहीं लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग का 23 करोड़, समाज कल्याण का 1.26 करोड़, पीडब्ल्यूडी का 6.5 करोड़ और सर्वशिक्षा विभाग का 674 करोड़ रुपए खर्च का ब्योरा अब तक कलेक्ट्रेट ट्रेजरी में नहीं पहुंचा है। इसके पूर्व विभागों को 25 तारीख तक खर्च का बिल जमा करने को कहा गया था।
लखनऊ : मिड-डे मील में कीड़ा निकला, शिक्षकों ने अक्षयपात्र संस्था के कर्मचारियों को दी जानकारी
सरोजनीनगर इलाके के लोनहां गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को गुरुवार को वितरित किए गए मिड-डे-मील में बड़ा कीड़ा निकलने पर हड़कंप मच गया। इसकी सूचना शिक्षकों ने अक्षय पात्र के कर्मचारियों को दी। उस समय तक विद्यालय के आधे विद्यार्थी भोजन कर चुके थे। तभी एक छात्र के थाली में बड़ा सा हरे रंग का कीड़ा निकल आया। कीड़ा देखते ही बच्चों ने खाना छोड़ दिया।
सरोजनीनगर इलाके के न्याय पंचायत पिपरसंड के लोनहां गांव मे संचालित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में करीब 58 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें करीब 28 विद्यार्थी ही स्कूल में उपस्थित रहे। जिन्हें अक्षयपात्र द्वारा भेजा गया। मिड-डे-मील में गुरुवार को रोटी व आलू मटर की सब्जी आई थी। विद्यालय के आधे बच्चों द्वारा भोजन खाना शुरू कर दिया था। आधे विद्यार्थियों को परोसा ही जा रहा था कि छात्र हिमांशु पाल की थाली में एक बड़ा सा हरे रंग का कीड़ा निकल आया। इसे देख कर बच्चों मे हड़कंप मच गया। विद्यार्थियों ने आनन-फानन इसकी सूचना शिक्षकों को दी। विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार व अन्य शिक्षकों ने देखा और इसकी सूचना अमौसी गांव स्थित बने अक्षय पात्र के प्रभारी को दी। जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे अक्षय पात्र प्रभारी ने देखा तो इसे कोई और चीज बताकर मामले को टाल दिया।