फतेहपुर: बीटीसी प्रवेश 2015 में डायट प्रशासन की मनमानी की जांच हुई तो पर्त-दर-पर्त खुलती जा रही है। प्रवेश पाने वाले कई अनर्ह अभ्यर्थियों को जहां प्रवेश सूची से पूर्व में बाहर किया गया था। अब उन प्रशिक्षुओं की फीस भी वापस की जा रही है, जिनसे पूर्व प्राचार्य ने प्रति प्रशिक्षु 30800 रुपये अतिरिक्त फीस के रूप में जमा करा लिए थे। डायट प्रशासन ने अब तक करीब 31 लाख रुपये की अतिरिक्त फीस प्रशिक्षुओं को जरिए एकाउंट पेई चेक वापस की है।
दरअसल प्रवेश के समय करीब सौ प्रशिक्षुओं से 41-41 हजार का मांग ड्राफ्ट प्राचार्य डायट के पक्ष में लिया गया था। जिससे डायट के खाते में प्रति प्रशिक्षु 30800 रुपये अतिरिक्त फीस जमा हो गए। यह राशि डायट प्राचार्य के खाते में होने के कारण मौजूदा प्राचार्य आशुतोष दुबे ने इसकी जांच शुरू कर दी। जांच में पाया गया कि नियम से हटकर फीस जमा करा ली गयी थी। उन्होंने पूरे प्रकरण पर कौन-कौन दोषी इसकी जांच शुरू कर दी। साथ ही अतिरिक्त फीस जमा करने वाले प्रति प्रशिक्षुओं को 30800 की दर से एकाउंट पेई चेक देकर अतिरिक्त फीस वापस कर दी।
उन्होंने बताया कि अगर अब भी डायट में कोई ऐसा प्रशिक्षु है जिसने प्रवेश के लिए 41 हजार फीस जमा की है और उसे अतिरिक्त फीस अब तक वापस नहीं हुई तो वह सीधे उनसे शिकायत कर सकता है। बता दें कि डायट में प्रवेश पाने के लिए फीस 10200 रुपये निर्धारित है जबकि करीब सौ प्रशिक्षुओं से 41-41 हजार फीस के रूप में जमा कराए गए थे।
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