सिकंदराबाद के दर्जनों शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बेसिक शिक्षा कार्यालय में पहुंचकर बीएसए के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया है कि बीएसए ने मनमाने तरीके से शिक्षक-शिक्षिकाओं को निलंबित किया है। जबकि वह नियम के विरूद्ध हैं। सोमवार को काफी संख्या में बीएसए कार्यालय पहुंचे सिकंदराबाद ब्लाक के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बीएसए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र सक्सेना ने सिकंदराबाद ब्लाक के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जो भी अनुपस्थित मिला, उनके खिलाफ निलंबन व वेतन रोकने की कार्रवाई की गई। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने आरोप लगाया कि विद्यालय में अन्य स्टाफ से यह तक नहीं पूछा गया कि वह छुट्टी हैं या बिना बताए गायब हैं। सभी के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई। आरोप लगाया कि कुछ शिक्षिकाएं तो चाइल्ड केयर लीव पर गई हुई थीं, उन्हें भी निलंबित कर दिया गया। जबकि कुछ शिक्षिकाओं का हाजिरी रजिस्टर में अवकाश चढ़ा हुआ था। निलंबित करने वाले सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं में से अधिकतर को पहासू ब्लाक में संबद्ध कर दिया है। आरोप लगाया कि बीएसए ने जिस तिथि में निरीक्षण ही नहीं किया, उस तिथि में निरीक्षण करके कार्रवाई कर रखी है। काफी देर तक शिक्षकों ने बीएसए के खिलाफ नारेबाजी की। बीएसए के आश्वासन पर शिक्षक-शिक्षिकाएं शांत हुए। बीएसए धर्मेन्द्र सक्सेना ने बताया कि गलती से किसी शिक्षक या शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई हो गई है, तो वह लिखकर कार्यालय में दें। उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को बता भी दिया गया है।
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