जिले के परिषदीय स्कूलों में सप्ताह भर पहले परीक्षाएं संपन्न हो चुकी हैं। कापियां भी चेक हो चुकी हैं और 31 मार्च को अंक पत्रों का वितरण किया जाना हैं, लेकिन अभी तक स्कूलों में अंक पत्र नहीं पहुंच सके हैं। इससे शिक्षकों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं कि वह किस प्रकार कार्ड तैयार कर वितरण किया जाएगा। वहीं नया सत्र कैसे शुरू हो सकेगा। शिक्षक कई दिनों से अंकपत्र पाने के लिए बीआरसी केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही लगातार सामने आती रही हैं, लेकिन अब विभागीय अधिकारी भी लापरवाह होने लगे हैं। जिले में 18 मार्च से परिषदीय स्कूलों की परीक्षाएं शुरू हुई थीं जोकि 23 मार्च को संपन्न हो गईं। सभी स्कूलों में 31 मार्च को परीक्षाफल का वितरण किया जाएगा। वहीं एक अप्रैल से नया सत्र शुरू होगा। परीक्षाएं संपन्न हुए एक सप्ताह का समय बीत गया हैं। शिक्षकों ने कापियां भी चेक कर ली हैं, लेकिन अभी तक स्कूलों में अंकपत्र नहीं पहुंचे हैं। इन पर शिक्षक कापियों के अंक दर्ज कर छात्र छात्रओं को वितरण करेंगे। अंकपत्र नहीं मिलने से शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई है। वह पिछले कई दिनों से बीआरसी केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें अंक पत्र प्राप्त नहीं हुए हैं। इससे विभागीय अधिकारी अपने कार्य के प्रति कितने सजग हैं प्रतीत हो रहा है। अगर यही हाल रहा तो कैसे अंकपत्र बटेंगे और कैसे एक अप्रैल से नये सत्र का आरंभ हो सकेगा।
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