संवाद सहयोगी, हाथरस : नई सरकार की मंशा के अनुरूप अब सरकारी विभागों के अधिकारियों ने अपनी कार्यशैली भी बदलनी शुरू कर दी है। विद्यालयों से अनुपस्थित चल रहे तीन शिक्षकों की मनमानी पर बीएसए ने चाबुक चलाया और उन्हें निलंबित कर दिया है। तीनों के प्रकरण की जांच अलग-अलग खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी है। 1हसायन ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मुगलगढ़ी में तैनात सहायक अध्यापक आलोक नियमित विद्यालय नहीं आते थे। आठ मार्च को बीएसए रेखा सुमन के निरीक्षण में भी वे गैरहाजिर मिले थे। बताते हैं कि 21 दिसंबर से सहायक अध्यापक गैरहाजिर चल रहे हैं। अब बीएसए ने सहायक अध्यापक को निलंबित करके जांच नगर क्षेत्र सिकंदराराऊ के खंड शिक्षा अधिकारी जमुना प्रसाद सुमन को सौंपी है। सादाबाद ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय नीचल्ला बांस में तैनात हेड शिक्षिका साधना कई दिनों से अनुपस्थित चल रही हैं। शौचालय खराब पाए जाने पर बीएसए ने इन्हें भी निलंबित करके जांच खंड शिक्षा अधिकारी सासनी अखिलेश यादव को सौंप दी है। शिक्षिका को अब सासनी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जलालपुर में अटैच कर दिया है। सादाबाद ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय मोतीगढ़ी में तैनात वीरपाल सिंह को बीएसए ने बारह अप्रैल को विद्यालय नियमित न आने सहित अन्य आरोपों में निलंबित कर दिया था। शिक्षकों पर लगातार कार्रवाई होने से हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि अधिकारी सरकार बदल जाने के बाद लगातार लापरवाह शिक्षक व शिक्षिकाओं पर कार्रवाई करने में जुट गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्राइमरी विद्यालयों में बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाई जाए एवं मनमानी करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। बीएसए रेखा सुमन ने बताया कि नियमित विद्यालय न आने पर तीन शिक्षकों को निलंबित किया गया है।
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