फरवरी माह का बकाया वेतन भुगतान कराए जाने तथा अन्य मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षकों ने शुक्रवार को अपने आंदोलन का आगाज कर दिया है। शिक्षकों के आंदोलन के चलते शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालयों में जहां शत प्रतिशत बंदी रही, वहीं कई ब्लॉकों में पूर्व माध्यमिक विद्यालय भी आंशिक तौर पर बंद रहे। इस दौरान शिक्षकों ने बीआरसी पर उपस्थित होकर जिलाधिकारी को संबोधित मांग पत्र एसडीएम व खंड विकास अधिकारियों को सौंपा। आंदोलनकारी शिक्षकों ने ऐलान किया कि अगर कल अप्रैल तक दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो 10 अप्रैल से जिला मुख्यालय पर शिक्षक क्रमिक भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे। यह आंदोलन फरवरी माह के वेतन का भुगतान न होने तक जारी रहेगा।_
संघ के जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह व जिला मंत्री र¨वद्र दीक्षित ने बताया कि जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत लगभग 12 हजार शिक्षक-शिक्षिकाओं का फरवरी माह का वेतन जान बूझकर भुगतान नहीं किया गया तथा शासन द्वारा जारी बजट लगभग 40 करोड़ रुपया 31 मार्च 2017 को लैप्स हो गया। उन्होंने मामले की जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई किए जाने तथा फरवरी माह का वेतन विशेष बजट मंगाकर शिक्षक-शिक्षिकाओं को शीघ्र भुगतान कराए जाने की मांग की। संघ के नेताओं ने कहा कि विभाग द्वारा मार्च माह का जो वेतन भुगतान किया गया है उसमें घोर अनियमितता की गई है, उसकी भी जांच कराई जाए। प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ मछरेहटा के शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन कर बीडीओ को ज्ञापन सौंपा।
परसेंडी के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बीआरसी पर धरना प्रदर्शन कर बीडीओ के माध्यम से डीएम को ज्ञापन सौंपा। जिसमें परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण कराए जाने की मांग की। इस दौरान अध्यक्ष नवीन कुमार श्रीवास्तव, मंत्री श्रीपाल, सोबरन लाल यादव, रोमेश कुमार आदि मौजूद रहे।
पिसावां में प्रमोद सिंह, बिसवां में संकेत वर्मा, सिधौली में उमेश सिंह, सांडा में नसीर अहमद, पहला में आरपी वर्मा व रामनाथ वर्मा समेत जिले के सभी 19 ब्लॉक व नगर क्षेत्र में शिक्षकों ने स्कूल बंद कर प्रदर्शन किया। इस दौरान श्रीपाल राठौर, अतुल सिंह, सतीश शुक्ला, मुरारी लाल, कमल किशोर शुक्ला, रामपाल, सुरेश मिश्र, देवेंद्र वर्मा, भगवती प्रसाद, प्रमोद तिवारी समेत सैकड़ों की तादाद में शिक्षक शामिल रहे।
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