बीईओ होंगे जिम्मेदार नए शिक्षा सत्र में स्कूलों में पठन-पाठन ठीक रखने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। इन्हें शासन की मंशानुरूप कार्य कराना है। इसकी समीक्षा की जाएगी। सचिव ने शैक्षिक स्थिति न्यून मिलने पर बीईओ के विरुद्ध कार्रवाई की चेतावनी दी है। उन्हें नियमित रूप से विद्यालयों का हाल देखने को कहा गया है। जिससे इस सत्र में मनमानी न हो सके। लापरवाही पर होगी कार्रवाई परिषद द्वारा घोषित वार्षिक कार्यक्रम की हर महीने समीक्षा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट सचिव को भेजी जाएगी। जिससे इसमें शिथिलता व लापरवाही करने वाले अध्यापकों पर कार्रवाई की जा सके। इसके लिए बीईओ को निर्देश दिए जा चुके हैं। इसमें किसी की भी लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
-डॉ. अविनाश दीक्षित, प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी
सकारात्मक सोच से कम होगा तनाव
परिषदीय स्कूलों के लिए निर्धारित किए कार्यक्रम,
संसू, गोंडा: बेसिक शिक्षा परिषद ने नए शिक्षा सत्र के लिए वार्षिक कैलेंडर तैयार कर दिया है। स्कूलों को निर्धारित कार्यक्रम का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसकी मॉनीटरिंग के लिए बीएसए को जिम्मेदारी सौंपी गई है। खंड शिक्षा अधिकारियों को शैक्षिक गुणवत्ता की पड़ताल के लिए हर माह कम से कम 20 स्कूलों का निरीक्षण करके उसकी रिपोर्ट बीएसए व परिषद को देने का भी निर्देश दिया गया है। निरीक्षण में लापरवाही पर उनके विरुद्ध अनुशासत्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
एक अप्रैल से परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा सत्र चालू हो गया है। इसके लिए परिषद ने कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए कार्यक्रम बना दिया है। पिछले सत्र से हटकर इसको लागू करने की व्यवस्था की गई है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने बीईओ को पठन-पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है। जिससे वहां की शैक्षिक स्थिति का आंकलन होता रहे। अध्यापक द्वारा शिक्षण कार्य में रुचि न लेने पर इसकी रिपोर्ट बीएसए को दी जाएगी। संबंधित शिक्षक की रिपोर्ट परिषदीय कार्यालय को भी भेजने का निर्देश दिया है।
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