प्राइमरी शिक्षा का स्तर सुधारने को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से बरती जा रही सख्ती के बाद बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर अलर्ट हैं। शनिवार को बीएसए और खंड शिक्षाधिकारियों ने जिले के 97 विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान 21 शिक्षक और तीन अनुदेशक अनुपस्थित मिले। सभी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है।
प्राथमिक शिक्षा का स्तर दिन व दिन गिरजा जा रहा है। सरकार की सख्ती के बाद भी शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। शनिवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी त्रिलोकी नाथ और सभी खंड शिक्षाधिकारियों ने स्कूलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। जिले के 97 स्कूल चैक किए, जिनमें 21 शिक्षक अनुपस्थित रहे। शाहबाद के उच्च प्राथमिक विद्यालय टांडा में हरीश, गौरव, रघुनाथ पुर में राजेन्द्र सिंह, भूढ़पुर बड़ौली में मोहम्मद इरफान, सनकरी में अजमत खां, मीरापुर में वीरपाल, सुरेन्द्र पाल, सहबिया खुर्द में अर¨वद कुमार, किरा में महेश पाल, नंदगांव में मनोज कुमार, उच्च प्राथमिक विद्यालय नंदगांव में अंजना कुमारी, सैदनगर के मझरा अटरिया में गीता रानी, फरहा, खलील, रवन्ना में रानी, आलियागंज में मंजू, नंदगांव में दीपक कुमार, शादाब अख्तर, पटवाई प्रथम में रीता सक्सेना, प्रताप सिंह, पटवाई द्वितीय में सविता यादव, कविता सक्सेना अनुपस्थित रहे।
कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय पटवाई में अनुदेशक नीतू, जीनत और पूनम विद्यालय से गायब रहे। कस्तूरबा बालिका विद्यालय शाहबाद से सभी नियमित शिक्षिकाएं गायब रहीं। यही नहीं कोई बच्चा भी स्कूल में नहीं मिला। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने बताया कि सभी अनुपस्थित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी विद्यालयों में निर्देश जारी किए हैं कि शिक्षक घंटा अवश्य रखें और नियमित वादन के अनुरूप ही शिक्षण कार्य करें। इसके लिए शिक्षक समय सारिणी भी तैयार कर लें। शिक्षण कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
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