29 अप्रैल तक शिक्षकों की मांग पूरी नहीं की गई तो एक मई से क्रमिक अनशन किया जाएगा। यह बात बुधवार को उप्र जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के महामंत्री विवेक चतुर्वेदी ने बैठक में कही। बताया कि लेखा कार्यालय में भ्रष्टाचार फैला हुआ है। इसके लिए तीन साल से संघर्ष कर रहे हैं। विभाग में घपला, शिक्षकों की लेखा पर्चियां न मिलना व लाखों की हेराफेरी की शिकायत जिलाधिकारी, बीएसए व वित्त एवं लेखाधिकारी से कर चुके हैं। प्रशासन को 29 अप्रैल तक जीपीएफ खातों में त्रुटियां, लेखा पर्ची न मिलना आदि समस्याओं का निस्तारण करने का समय दिया गया है। अनसुनी की गई तो एक से चार मई तक अन्न-जल त्याग क्रमिक अनशन करेंगे। पांच मई से आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा।
आंदोलन में विकास खंड से सभी पदाधिकारी समर्थन करेंगे। जिलाध्यक्ष अमर सिंह राठौर, कोषाध्यक्ष आगे की रणनीति पर विचार किया
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