कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय ब्रह्मपुर और खोराबार मानक पर खरे उतरे हैं। गुरुवार को लखनऊ से आई टीम ने निरीक्षण के दौरान दोनों विद्यालयों को फस्र्ट डिविजन से पास कर दिया। इसके साथ ही यह विद्यालय प्रदेश में मॉडल के रूप में चयनित हो गए। अगले माह यूनिसेफ की टीम यहां की पढ़ाई और कार्य प्रणाली पर फिल्म बनाएगी, जिसे प्रदेश के अन्य कस्तूरबा विद्यालयों में दिखाई जाएगी।
वरिष्ठ विशेषज्ञ डा. सबा सिद्दीकी की टीम ने दिनभर दोनों विद्यालयों का गहन परीक्षण किया। पठन-पाठन के अलावा छात्रओं के रहन-सहन, खान-पान और खेलकूद आदि अन्य गतिविधियों की पड़ताल की।
टीम ने परिसर के अलावा रसोईघर और कक्षाओं को देखा। मीनू चार्ट के अलावा साफ- सफाई का भी अवलोकन किया। इस दौरान टीम के लोगों ने छात्रओं का अकेले में साक्षात्कार भी लिया और उनकी समस्याएं से सुनी। सभी बिंदुओं को नजदीक से देखने के बाद टीम ने उसपर विस्तार से चर्चा भी की। दोनों विद्यालय के कार्य कलापों से संतुष्ट टीम ने कहा कि यह विद्यालय मानकों पर खरा है। ऐसे में उन्होंने मौके पर ही दोनों विद्यालयों को जनपद का सर्वश्रेष्ठ कस्तूरबा गांधी विद्यालय घोषित कर दिया। विशेषज्ञ ने बताया कि जल्द ही प्रदेश से यूनिसेफ की टीम आकर इन विद्यालयों के कार्य कलाप पर फिल्म बनाएगी, जिसे प्रदेश के अन्य कस्तूरबा विद्यालयों में मॉडल के रूप में दिखाया जाएगा। उन्होंने जिला समन्वयक विवेक जायसवाल के मार्गदर्शन की सराहना की। साथ ही वार्डेन, शिक्षक और रसोइया के योगदान को उत्कृष्ट बताया।वार्डेन और शिक्षकों के साथ लखनऊ की टीम
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