आने वाले समय में दसवीं के बाद दो साल का आइटीआइ से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी। मोटर मैकेनिक, वायरमैन, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, टर्नर व मशीनिस्ट समेत राजकीय आइटीआइ कानपुर में 30 ट्रेड ऐसी हैं जिनमें प्रवेश लेने वाले छात्रों के पास होने पर 12वीं का प्रमाण पत्र भी मिलेगा। उप्र बोर्ड व सीबीएसई की तरह आइटीआइ को अलग बोर्ड बनाए जाने के लिए डायरेक्टर जनरल ट्रेनिंग (डीजीटी) की स्वीकृति मिल गई है। आइटीआइ से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद छात्रों को इस नई व्यवस्था से दोहरा लाभ होगा। पहला उन्हें ट्रेड का प्रमाण पत्र मिलेगा जिससे वे नौकरी व स्वरोजगार कर सकेंगे। उन्हें 12वीं की परीक्षा पास करने के लिए दो साल तक और पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी।आइटीआइ का दो वर्षीय प्रशिक्षण कोर्स करने वाले छात्रों को 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास करने के लिए हिंदी की परीक्षा देनी होती है। इसके लिए उन्हें कम से कम साल भर तक बोर्ड परीक्षा फार्म निकलने का इंतजार करना पड़ता है। इस परीक्षा की बंदिश हटाने के लिए केंद्र सरकार आइटीआइ के कोर्स में ही हिंदी विषय शामिल करने जा रही है।’
उप्र बोर्ड व सीबीएसई की तरह आइटीआइ भी बनाएगा बोर्ड
डायरेक्टर जनरल ट्रेनिंग की स्वीकृति के बाद लागू होगी व्यवस्था
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