महराजगंज : बीआरसी सदर के परिसर में रविवार को जिलाध्यक्ष मो. वहीद की अध्यक्षता में हुई बैठक में अनुदेशकों का समायोजन न होने का मुद्दा छाया रहा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सन 2001 से सभी अनुदेशक बेरोजगार बैठे हुए हैं। प्रदेश सरकार अनुदेशकों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। सभी अनुदेशकों का मुकदमा हाईकोर्ट इलाहाबाद व सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में विचाराधीन है। अन्य प्रदेशों में अनौपचारिक अनुदेशकों का समायोजन कर दिया गया है पर उत्तर प्रदेश में सरकार अनौपचारिक अनुदेशकों की लगातार उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हमारी मांग है कि सभी अनुदेशकों को अन्य राज्यों की तरह तत्काल समायोजित करें। इससे अनुदेशकों की माली हालत में सुधार होगा और परिवार समेत भुखमरी की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। सभी अनुदेशकों ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार की और समस्याओं के समाधान की मांग दोहराई । इस अवसर पर दुर्गा प्रसाद पांडेय, अब्दुल खालिद, प्रकाश पांडेय, राधे श्याम दुबे, विनोद कुमार यादव, साधु शरण मिश्र, श्यामजी, देवबंधु, रामाज्ञा, प्रेमबली, छेदी प्रसाद, राजमती देवी, रमेश पांडेय, रंभा देवी, राजेश्वर, रामप्रीत आदि ने विचार व्यक्त किया।
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