हाथरस : बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के आधार कार्ड बनवाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें आधार कार्ड से लिंक किया जा सके, लेकिन सुस्त गति से चल रहे कार्य को देखते हुए अब शासन ने खुद संस्था नामित कर दी है। प्रत्येक ब्लाक के लिए अलग-अलग संस्था नामित की गई है। बेसिक शिक्षा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत मिड-डे मील, निश्शुल्क किताब और यूनिफार्म योजना का लाभ दिया जाता है। करोड़ों रुपये हर साल सरकार योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए देती है। फर्जी छात्र संख्या और मिड-डे मील योजना में पारदर्शिता लाने के लिए प्रदेश की नई सरकार ने प्रयास शुरू किए हैं। 1.36 हजार बच्चे 1511 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ते हैं। प्रत्येक बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के निर्देश शासन ने दिए हैं। इसके लिए पिछले करीब एक माह से कार्य चल रहा है। ब्लाक पर तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं एबीआरसी आदि को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले बीस मई तक आधार कार्ड बनाने थे, लेकिन अब इस समय सीमा को बढ़ाकर 30 जून तक कर दिया गया है। अभी तक जिला स्तर पर स्थित एजेंसियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन अब शासन ने खुद हर ब्लाक के लिए संस्था नामित कर दी है और इसकी जानकारी बीएसए रेखा सुमन को दे दी है। विद्यालयों तक हेड मास्टर खुद बच्चों को घरों से लेकर आएंगे।
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