लखनऊ : मेडिकल कॉलेजों के शिक्षक अब 70 साल की उम्र में रिटायर होंगे। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाए जाने की सिफारिश शासन से की है। शासन के ही निर्देश पर महानिदेशालय ने सभी कॉलेजों से राय लेकर अपनी रिपोर्ट तैयार की थी। शिक्षकों की कमी को देखते हुए प्रदेश सरकार जल्द ही यह निर्णय ले सकती है।
मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की रिटायरमेंट उम्र 65 साल है। शिक्षकों की कमी को देखते हुए प्रदेश सरकार के सामने सुझाव आया था कि रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने से कुछ फौरी राहत मिल सकती है। इसके लिए महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा की अध्यक्षता में कमिटी बनाकर इस बारे में रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया था। कमिटी ने सभी मेडिकल कॉलेजों से सुझाव मांगे और शिक्षकों की उम्र का ब्योरा जुटाया। हालांकि कुछ मेडिकल कॉलेजों ने रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाए जाने पर अपनी सहमति नहीं दी थी। उनका तर्क था कि ज्यादातर शिक्षक ऐसे हैं जो दो से तीन साल बाद ही रिटायर हो रहे हैं। वर्तमान में कार्यरत ज्यादातर शिक्षकों की उम्र 62 साल से कम है। ऐसे में अगर उम्र बढ़ाकर 70 साल की भी जाती है तो भी तीन साल से पहले उसका फायदा नहीं मिलेगा। वहीं प्रदेश सरकार चाहती है कि किसी भी तरह शिक्षकों की कमी से राहत मिले। इसके लिए वह रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने के साथ ही नई भर्तियों की भी तैयारी कर रही है। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने शासन को अपनी यह रिपोर्ट भेज दी है। इसमें
शिक्षकों की कमी से निपटने के लिए सरकार की तैयारी।
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने शासन को भेजी अपनी रिपोर्ट रिपोर्ट शासन को भेज दी है। एमसीआई के नियमों में भी उम्र 70 साल किए जाने का प्रावधान है। इससे शिक्षकों की कमी की समस्या से राहत मिलेगी।
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