जागरण संवाददाता, रामपुर: जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने विकास भवन सभागार में साक्षर भारत मिशन कार्यक्रम के तहत जनपद में गठित जिला लोक शिक्षा समिति की समीक्षा बैठक ली।1 उन्होंने कहा कि जनपद की साक्षरता 53.34 प्रतिशत है, जो काफी कम है। साक्षरता बढ़ाने के लिए पोषण मिशन के तहत गोद लिए गए सभी गांव के अधिकारियों को वहां के विद्यालयों को भी गोद दे दिया जाए। साथ ही तीन सांसद आदर्श गांव में शत प्रतिशत साक्षरता तीन माह में कर ली जाए। 1 विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सभी प्रकार की पुस्तकों का वितरण 15 दिन में कराकर बीआरसी द्वारा प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि सभी विद्यालयों में साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए आदर्श विद्यालयों के लिए विशेष टीचर, लैब, उपकरण व अन्य सामाग्री की सूची उपलब्ध करा दें ताकि उसकी व्यवस्था विद्यालय खुलने से पूर्व कराई जा सके। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा गोद लिए सभी ग्रामों को ओडीएफ बनाने के साथ-साथ साक्षर किया जाना है। इसके लिए सभी अधिकारी अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बीएचएनडी भ्रमण के दौरान वहां पर कार्य करें। सिर्फ चेक लिस्ट भरने से काम नहीं चलेगा। कहा कि गांवों में साक्षर व्यक्तियों तथा स्कूल के बच्चों को यह जिम्मेदारी दी जाए कि हर व्यक्ति एक व्यक्ति को साक्षर बनाने का कार्य करेगा तभी हम इस अभियान में सफल हो पाएंगे। साक्षर बनाने का कार्य 15 वर्ष से 35 वर्ष के आयु वर्ग के निरक्षर लोगों को किया जाना है। इसके लिए जिला समन्वयक, ब्लाक समन्वयक एवं प्रेरकों की भी जिम्मेदारी तय की जाए। उन्हें मानदेय का भुगतान तभी किया जाए जब उनके द्वारा अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वाहन किया गया हो। 1बेसिक शिक्षा अधिकारी देवकी सिंह ने बताया कि गत वर्ष साक्षरता की परीक्षा में 1.73 लाख व्यक्तियों ने हिस्सा लिया था, जिनके परिणाम घोषित हो गए हैं। जनपद में कुल 3.36 लाख व्यक्ति निरक्षर थे। इस वर्ष 80 हजार व्यक्तियों को साक्षरता की परीक्षा दिलाई जानी है, जिसमें से लगभग 22.94 हजार लोगों का पंजीकरण करा लिया गया है, जिनकी परीक्षा 18 जून 2017 को कराई जाएगी
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