Friday, June 30, 2017
विशिष्ट बीटीसी 2004, 2007, 2008 के उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं ने मौलिक नियुक्ति के लिए दिया धरना, मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन न किये जाने का आरोप
सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए धरना
लखनऊ : आरटीई के अंतर्गत निजी स्कूलों की 25 प्रतिशत सीटों पर मुफ्त दाखिले के लिए निकाली गयी दूसरी लौटरी में 6 हज़ार चयनित
चार श्रेणी के राजकीय शिक्षकों को तबादलों में मिलेगी वरीयता, गुणवत्ता अंक होंगे समायोजन व स्थानांतरण का आधार
शासनादेश जारी
लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक के तबादले के बाद अब सचिव भी हटे, प्रतियोगी मान रहे सीबीआई जांच की दिशा में बड़ा कदम
Thursday, June 29, 2017
कानपुर : 30 को करें साफ सफाई, एक जुलाई से खोलें स्कूल, दो जुलाई को पल्स पोलियो अभियान
सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय 30 जून को खोले जाएंगे, हालांकि उस दिन परिसर, कक्षाएं व शौचालयों में साफ-सफाई की जाएगी। वहीं एक जुलाई को सुबह आठ बजे से स्कूल खुलेंगे और पढ़ाई शुरू होगी। बुधवार को यह निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी अंबरीष यादव ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा विद्यालयों के संचालन का समय सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक रहेगा। इसका सभी को कड़ाई से पालन करना है। इसके अलावा निर्देशित किया शिक्षकों का सारा जोर छात्र-छात्र नामांकन पर होना चाहिए।
अपने खंड के विद्यालयों का करें औचक निरीक्षण: बीएसए ने कहा कि एक जुलाई से ही अपने खंड के विद्यालयों का औचक निरीक्षण करें। इसके लिए टास्कफोर्स की मदद ले सकते हैं।
बीएसए ने कहा कि दो जुलाई को पल्स पोलियो टीकाकरण महाअभियान के दौरान सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक खुलेंगे। इस दौरान सभी शिक्षक विद्यालय में मौजूद रहकर अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका अदा करेंगे
शैक्षिक सत्र ठीक रखने को यूपी बोर्ड के बच्चों को मिलेगा पढ़ाई के लिए कम समय, इस बार सात माह में बोर्ड परीक्षा, कोर्स पूरा करने का दबाव
जागरण संवाददाता, कानपुर : पहली जुलाई से शुरू होने जा रहे उप्र. माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के कालेजों के लाखों विद्यार्थियों को इस बार लगभग 95 दिन की पढ़ाई में छमाही और सात माह की तैयारी में बोर्ड परीक्षा देनी होगी। शिक्षकों को पूरे कोर्स की तैयारी कराने में अतिरिक्त श्रम तो करना ही होगा तो परीक्षार्थियों को भी अधिक मेहनत करनी होगी, नहीं तो रिजल्ट गिरना तय है।
यह विसंगति विधानसभा चुनाव के चलते 2017 के शैक्षिक सत्र की बोर्ड परीक्षाओं के लगभग एक माह विलंब से होने से उत्पन्न हुई है। परीक्षा विलंब से होने का ही नतीजा है जो शैक्षिक सत्र पहली अप्रैल से शुरू होना चाहिए था, वह पहली जुलाई से शुरू हो पा रहा है।
बोर्ड के ताजे शैक्षिक पंचांग में कक्षा 6 से12 तक की छमाही परीक्षा नवंबर में कराने की व्यवस्था है। यदि कालेज दस नवंबर से भी परीक्षा शुरू कराएं तो पहली जुलाई से 9 नवंबर तक पढ़ाई के कुल 95 दिन अर्थात लगभग तीन माह ही बनते हैं। उधर बोर्ड परीक्षा फरवरी में होनी है। यदि बोर्ड परीक्षा 11 फरवरी से हो तो छमाही परीक्षा के बाद बोर्ड परीक्षार्थियों को तैयारी के लिए कुल 55 दिन भी नहीं मिलेंगे।
इस बीच पढ़ाई से इतर कार्य : बोर्ड के शैक्षिक पंचांग के मुताबिक जुलाई से नवंबर में परीक्षा शुरू होने तक कई पाठ्येत्तर गतिविधियां भी होनी हैं, जिसमें छात्रों व शिक्षकों को पढ़ना पढ़ाना छोड़ कर भाग लेना होगा।
इनमें स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी, खेलकूद, साहित्यिक, स्काउट गाइड टीमों का गठन, शिक्षक दिवस व संचायिका दिवस के आयोजन, विज्ञान प्रदर्शनी, खेलकूद, सांस्कृतिक व स्काउट गाइड के कालेज व जनपदीय स्तर के आयोजन आदि। वहीं, छमाही परीक्षा के बाद फरवरी तक शैक्षिक पंचांग के अनुसार बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षा, वार्षिकोत्सव, एक मासिक परीक्षा, पत्रिका प्रकाशन व गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन होना है।
2017 की बोर्ड परीक्षा में विलंब से पैदा हुई विसंगति कोर्स पूरा कराने में होगी दिक्कत गिर सकता रिजल्ट110 नवंबर से छमाही परीक्षा हो तो..छमाही परीक्षा के बाद पढ़ाईनया शैक्षिक सत्र विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिए चुनौती भरा है। एक-एक मिनट का सदुपयोग करने के साथ अतिरिक्त कक्षाएं लगानी होंगी। लापरवाही हुई तो रिजल्ट गिरेगा। -डॉ. वेदानंद त्रिपाठी, प्रदेश संरक्षक प्रधानाचार्य परिषद उप्र।